काम धर्म अर्थ मोक्ष चार मान कामना, समूल पाप का विनाश हो यही सुभावना। साधु संत पीर मान धर्म रीत प्रीत की, प्रतीत पाल शूर वीर धैर्य नीति पालना। काल चक्र मीत वक्र सत्य बात मान तू, सरोज के समान कीच बीच,आत्म साधना। हानि लाभ मृत्यु जन्म ईश हाथ मान […]

बेटियाँ इतिहास रचती हैं देश का मान रखती हैं , उड़ाने  उनकी हैं ऊँची दिल में तूफ़ान रखती हैं । कलाई उनकी है नाजुक यही अब तक सुना हमने, हाथ में है बड़ी ताक़त है  हथेली जान रखती हैं । कभी सीता कभी राधा कभी घोषा अपाला थी , आज […]

पिता का कंधा अम्मा की गोदी सपनों मे परियों संग खेली…. रात मे चाँद-सितारों की टोली उनके संग लुकाछिपी खेली… चंदा संग मामा की बाते जुगनू बन रात मे घूमी बाबा-बाबा कहकर उनसे कंधे पर जा कर बैठी देखो खुला आकाश है ये संदर-सुंदर चाँद-सितारे आँखो मे सपना बन आते […]

जुल्फ-घनेरी बिखरी-बिखरी झील सी आँखें नीली-नीली। नजर हमारी ठहरी-ठहरी बात तुम्हारी बिखरी-बिखरी। मन चंचल मचल-मचल अल्हड़ बनाए डगर-डगर। ठिठक जाए संभल-संभल होठ गुलाबी संवर-संवर। चाल शराबी कमल-कमल नशीली आदाएँ कहर-कहर। बात का जादू सफल-सफल मदहोश करती पहर-पहर। लो आ गयी गहरी-गहरी रात निराली ठहरी-ठहरी चाँद की चाँदनी फैली-फैली खूबसूरती तुम्हारी […]

प्रभात नव नभ अम्बर प्राची के आँचल में पडा करुण अरुण दिखा, विधि की निधि देखो विधि ने रवि की क्या करुणामय विधि लिखा । जून में अरुण तरुण तरुणी के तन मन को तपाकर खुश होता है, देखो अरुणिमा अरुण का तेज शीत पावन पवन पौष में खोता है […]

जर्जर डाली है फूल,मुझे झरने दो मैं झरकर हूँगा शांत किसी कोने में फिर व्यर्थ न दुख होगा मुझको रोने में मैने देखा संसार,पता है सुख क्या है चार दिनों का सुख नीरस जीवन में मुट्ठी भर मुझको धूल आज धरने दो जर्जर डाली है फूल,मुझे झरने दो। साथी सपने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।