स्वर्ण किरण अब बिखर रही है पूर्व दिशा की ओर से सूर्य नारायण आ गये है ब्योम के उस छोर पर । आकाश के तारे सभी अपने राहों को बदल लिया टिमटिमाते तारों ने चंदा को ले चला रजनी ने भी अब आँचल को अपने समेट लिया । […]
ये धुँध छँट जाए तो फिर चेहरा देखना धूप सेंकता हुआ कोई चाँद सुनहरा देखना उनसे मिल आईं तो हवा ये बतियाती हैं गर्म चाय की प्याली में ढ़लता कोहरा देखना निकलो तुम जो कभी अलसाये सवेरों में ओंस से अपने बदन धोते हुए पेड़ हरा देखना रखना गर ख्वाहिश […]
मत बैठो थक हार के तुम एक प्रयास तुम कर लेना, सीख चींटी से लेकर देखो, भारी वजन भी खींचना। नन्ही चिड़िया सींक जोड़कर घोसला रोज बनाती है रोज टूटती रोज है गिरती फिर से नया बनाती है। हिम्मत हारे गर तुम सोचो कैसे आगे बढ़ पाओगे। एक […]
धूप भी फीकी हो गई हवा चले विकराल हाड कपाती सर्दी जीवन हो गया बेहाल कही बर्फबारी प्रकोप है कही फैला घना कोहरा बेघर जो फुटपाथ पर संकट है उन पर गहरा ठण्ड से जान न जाने पाये ऐसा करे हम सब उपाय कम से कम एक कम्बल उनके तन […]
पैदा तो सब इंसान हुए फिर हिन्दू मुसलमान हुए जन्म लिया सबने आदम सा अब क्यों सब हैवान हुए? जात धर्म को लेकर झगड़ें क्या इतने नादान हुए? मानव ही हम सबसे पहले क्या इससे अंजान हुए? कुछ लोगों के बहकावे में क्या हम हैं शैतान हुए? नर में ही […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।