बड़े-बड़े तुम वादे करके, सत्ता पर हो गये सवार | कैसे पूर्ण करोगे इनको , कुछ तो बोलो अब सरकार |  स्वप्न बेचना लोकतंत्र में, सबसे बड़ा बना व्यापार |  सत्ता नौका दल जो खेते,  पकड़े हाथ झूठ पतवार |  जनता बड़ी सयानी प्यारे, बैठी धरे तराजू हाथ |  दोनों […]

केवल नियति नहीं है मानव, सब कुछ कर्म का लेखा है | पैरों से चलता हर कोई, पर हांथ अलग कुछ करता है | तूली पकड़ जब हाथ है चलता, जीवन दर्शन होता है | कलम लेखनी की ताकत को, जनमानस ही पढ़ता है | अनगढ़ माटी रूप है पाती, […]

जन्म दिन विशेष ——————–– अटल वाणी सत्य की जिसके कायल थे सभी। पक्ष विपक्ष को कविताओ से मर्यादओं की मिनारों से राह दिखाते अधिकारों से उनके कायल थे सभी। बहुलता के प्रदेशो को मजबूत किया गठजोडो से। राजनीति की कीचड में चमकते हुए कमल अलंकृत किये गये भारत रत्न मिला […]

सांता आना मेरे अंगना खुशियों की सौगात ले आना तुम खेल खिलौना यादों की बारात महक उठे सब घर आंगन खिले भाई चारा सुमन सुंगधित भारत हो प्रेम जगत का प्यारा। क्रिसमस में आये सांता अब होली में रंग जमाना ईद मनाएंगे मिलकर सारे बांटे खुशी का खजाना। सब ईश्वर […]

गुजर गया एक और साल। पहले बहुत कुछ होता था एक साल में। एक साल कई साल में आता था। अब तो जैसे महीने महीने बदलता है साल। त्योहार एक के बाद एक दरवाजे के सामने से गुजर जाते हैं। गोल घूमते खिलौने की तरह। न वे रुकते हैं मेरे […]

यीशु जन्म की खुशिया अपार सांताक्लॉज ला रहे उपहार परमात्म सन्तान कहलाते है दया,करुणा का पाठ पढ़ाते है सज गए है सारे गिरजाघर यीशु प्रार्थना हो रही घर घर जन जन को केक खिलाते है सब आनन्द दिल से मनाते है हम सब भी है ईश्वर सन्ताने यीशु समान ज्ञान […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।