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स्वस्थ अगर रहना है तन से, सुबह सुबह में योग करें। मर्यादा में रहना है तो, शौचालय का प्रयोग करें।। ना जाने कितनी बीमारी, खुले शौच से होती हैं। और घर की बहू बेटियां, अपनी इज्जत होती हैं।। मूंछों का ख्याल रखो तुम, महिलाओं का मान रखो। बेटी घर की […]

1. शीत लहर परेशानी बढ़ाती प्रकोप जारी 2. रोटी सकेंगे चुनावी तवे पर नेता स्वार्थ की 3. उड़ान भरो असली सपनों की लिखो कहानी 4. मन भर के परेशानी मिटाओ काम करके 5. सस्ता साधन सद मनोरंजन हँसी ठिठोली परिचय:- अशोक कुमार ढोरिया मुबारिकपुर(हरियाणा) Post Views: 48

प्यार एक पवित्र उपहार मोह कहलाता एक विकार मोह से बचकर रहना हितकर प्यार से बनता जीवन आधार भाईचारे का प्रतीक है प्यार एकता का है सूत्र आधार प्यार बिना जीवन नीरस मोह दुखो कारण यार परमात्म प्यार सबसे उत्तम मानवीय प्यार उत्तम व्यवहार मोह से सदा दूर ही रहना […]

बेटी है यह कोई सामान नहीं, यह अनमोल खजाना है, जिसका कोई दाम नहीं, बड़े लाड़ प्यार से पाला था जिसको, हर बुरी नजर से बचा कर संभाला था जिसको, आज उस जिगर के टुकड़े को खुद से जुदा करते हैं, पहले बेटी का सौदा करते हैं,फिर बेटी को विदा […]

किसी के कहने से, बुरा किसी का हो नहीं सकता / की जब तक तुम्हारे, पुण्य कर्मो का उदय है लोगो / तुम्हे कोई कष्ट, कभी भी दे नहीं सकता / इसलिए तो कहते है, की धर्म सदा ही तुम करो // लिखा है जो, तुम्हारी किस्मत में / वो […]

अबला  नारी  को कहे, होता है अपमान। बल पौरुष की खान ये,सबको दे वरदान। सबको दे  वरदान, ईश  भी  यह जन्माए। महा  बली  विद्वान, धीर   नारी  के  जाए। देश रीति इतिहास,बदलती धरती सबला। करें आत्मपहचान, नहीं  ये होती अबला। .                   होती पीड़ा  प्रसव में, छूट सके  ये  प्रान। जानि  गर्भ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।