एयर कंडीशन में बैठकर जंक फूड खाते खूब बागों के झुरमुट से रहे सदा अंजान से। लिखते कविता जरूर मगर कविता होती गद्य कभी खेतों में पांव न रखा रिश्तों से रहे विरान। लंदन में बैठकर कविता करते नहीं है कोई ज्ञान ये तो पैसे वाले हैं भला क्या जाने […]
काव्यभाषा
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