बालिका दिवस पर विशेष……….. पुत्रीवती भवः का आशिर्वाद शायद ही किसी ने दिया हो शायद ही  किसी ने अपने लिए पुत्र से पहले पुत्री को चाहा हो मां स्वयं कभी  किसी की पुत्री थी वह भी आशीर्वाद से नही जन्मी ईश्वरीय इच्छा से टपकी थी उस मां की इच्छा अब […]

धोरां  री धरती अठै, चांदी  सो असमान। पाग अंगरखा  केशरी, वीराँ रो  अरमान। वीराँ   रो  अरमान, ऊँटड़ै   शान  सवारी। रेगिस्तान जहाज,ऊँट अब पशु सरकारी। कहै लाल कविराय, पर्यटक  आवै  गोरां। देवां  रै  मन चाव, जनमताँ  धरती  धोरां। खाटो  सोगर   सांगरी ,कैर  काचरी  साग। छाछ राबड़ी खीचड़ी,मरुधर मिनखाँ भाग। मरुधर  मिनखाँ   […]

भोर हुई चारो तरफ,दिखने लगा उजास। मंगल हो हर कामना,रहे दिलों में आस।। वंदन करता मै सदा,सूरज उदय प्रसून। उठो भोर में साथियों,मिलता बड़ा सुकून।। पक्षी कलरव कर रहे,महक रहे है बाग। दूर-दूर तक भोर का,गूँज उठा है राग।। भोर हवा जीवन दवा,कहे प्रथा की नीत। तन आलस से दूर […]

ये काली दुनिया चमत्कारी दुनिया । बात हमारी तुम्हारी दुनिया। धन कुबरो की चमचमाती दुनिया। नेताओं की भीआईपी दुनिया। गरीबो की लाचारी दुनिया। बुजुर्गो की वेबशी दुनिया। महिलाओं की उत्पीडन दुनिया। अनपढो की अंधविश्वासी दुनिया। बीमारो की खर्चीली दुनिया। डाक्टरो की मन मौजी दुनिया। प्रवक्ताओ की झूठी दुनिया। चैनलो की […]

वो क्रांति वीर जलता रहा     अंधेरों से लड़ता रहा। ले स्वराज का दीपक   गांधी जी के संग चलता रहा।         पर प्रण लिया कठोर अधिकार हमको चाहिए भीख नही हमको स्वराज ही चाहिए। खून कहा बहा दो        देश प्रेम की राह […]

प्रेम प्यार और भाईचारा, एक ऐसा अनुभव है, जो कभी भी इंसान और, उसकी इंसानियत को/ कभी भी हारने नहीं देती, घृणा एक ऐसा अनुभव है, जो कभी भी सच्चे इंसान को, भी जीतने नहीं देती // दिलो में चाह हो तो, कुछ भी कर सकते है, स्नेह, प्रेम, प्यार, […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।