गर्व करें हम मूल्यों पर अपने, नमन करें हम मूल्यों को अपने। मानव धर्म का ज्ञान कराएं, मूल्य हमें इंसान बनाएं। नैतिकता का पाठ पढ़ाएं, मूल्य हमें सन्मार्ग दिखाएं। भौतिक विकास का सोपान चढ़ाएं, दिल में हमारे आध्यात्म जगाएं। व्यक्तित्व हमारा सुंदर बनाएं, मूल्य हमें संस्कारी बनाएं। ईर्ष्या द्वेष से […]

लोग जल जाते है मेरी मुस्कान पर क्योंकि मैंने कभी दर्द की नुमाइश नहीं की। जिंदगी से जो मिला कबूल किया किसी चीज की फरमाइश नहीं की । मुश्किल है समझ पाना मुझे क्योंकि जीने के अलग अंदाज है मेरे जब जहां जो मिला अपना लिया जो ना मिला उसकी […]

फूलों की सुगंध से, सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा। तारों की तरह चमके, जीवन तुम्हारा। उम्र हो सूरज जैसी, जिसे याद रखे दुनियाँ सारा। आप महफ़िल सजाएं ऐसी, की हम सब आये दुवारा।। आपके जीवन में हजारो बार, मौके आये इस तरह के। की लोग कहते कहते न थके, की मुबारक […]

आओ आओ मेरे बच्चों प्यारे, हाथ धो लो मिलकर सारे। हाथ धोने से मरेंगे कीटाणु, रोग आएंगे ना पास हमारे। स्वच्छता है रोगों की दुश्मन, स्वच्छता को ढाल हम बनाएं। हैजा ,पेचिश , त्वचा ,नेत्र ,आंतों की, बीमारियों को दूर हम भगाएं। तीस सेकंड तक है हाथों को धोना, और […]

कन्या पूजन की बेला आई घर घर मे नवरात्र है भाई भूखे रहकर साधना करेंगे देवी मां को खुश करेंगे दुर्गा सप्तशती रोज़ पढ़ेंगे हर दिन देवी को याद करेंगे कन्या प्रतिरूप है देवी का कन्या पूजन,पूजन देवी का भक्तों की कतार बड़ी है फिर भी कन्या संकट घड़ी है […]

हिम्मत हार मत बंदे, किस्मत रंग लाएगी। रुलाया है यदि तुझको, तो एक दिन हंसाएगी । मिलेगा फल तुझे मीठा, रख ले सब्र तू थोड़ा। अपनाएंगे वो तुझको, जिन्होंने आज है छोड़ा। कमर तू कस ले आे यारा, अब कुछ कर दिखाना है, ना दे साथ यदि कोई , अकेले […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।