हां मै पागल हूं, हर काम को बिगाड़ देता हूं। आजकल के प्यार को में हवस की औलाद कहता हूं। मां बाप के सपने को तोड़ने वाले हर शख्स को में शैतान कहता हूं। सपने पूरे करने की उम्र में मरने वालों को में बुझदिल , डरपोक, हरामखोर इन्सान कहता […]
काव्यभाषा
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