भारत के सच्चे सपूत,लौह पुरुष को मेरा वंदन जनगण के मन में महके बनके शीतल चन्दन तुमने राष्ट्र का मान बढ़ाया,तुम नए भारत के सूत्रधार राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया,करते नमन हम बार-बार तुम राजनीति के सूरवीर,स्थापित किए कई कीर्तिमान तुम कूटनीति के ज्ञानवीर,तुम हो शंका के समाधान निरपेक्ष […]

भारत को चाहिए, लोह पुरुष जैसा हो पटेल, जो डाल सके,पाक के आतंकियों पर नकेल। आज उनकी जयंती पर,करते हम सब नमन, आज होते अगर वो,भारत होता विश्व चमन। मिलाकर सभी रियासतों को,भारत बना था एक, भारत के पहले ग्रहमंत्री बने उनमें गुण थे अनेक। बन सकते हैं राष्ट्रनेता,जो देश […]

सद्व्यवहार करों सभी से शिकवा न करों किसी से जन जन अपने बन जाएं ऐसा व्यवहार करों सभी से बुरा न सोचो,व्यर्थ न सोचो अच्छा ही बोलो हर किसी से सबके प्यारे बन जाओगे भलाई सीखो हर किसी से कोई भी बुरा न कर पायेगा सदभाव बढ़ाओ हर किसी से […]

बाप धूप में,माँ चूल्हे में रोज जलती है, तब कहीं औलाद मुश्किल से पलती है | बड़े होकर कहे,क्या किया है तुमने हमारा , यही बात माँ बाप को हमेशा खलती है | करते है काम माँ बाप सुबह से शाम, तब कही गृहस्थी की रोटी चलती है | हो […]

आस्तीन के सांपों ने, अपनों को ही डस डाला। हंसते खेलते जीवन को, देखो नरक बना डाला। समझा जिनको शुभचिंतक, जिनको अपनों सा प्यार दिया। राज बताए जिनको अपने, जिनपर पूरा ऐतबार किया। गले से लगाया जिनको हमने, जिनको दिल में बसाया। समझा जिनको यारा अपना, सुख दुःख में साथ […]

मन को लगाके पढ़ना,मेहनत भी खूब करना, मिल जाएगी सफलता ,याद तुम ये रखना। आए जो कोई मुश्किल, याद मुझको करना। मैं साथ हूं तुम्हारे, हरपल ये याद रखना। मन को लगाके पढ़ना,मेहनत भी खूब करना, मिल जाएगी सफलता ,याद तुम ये रखना। माना कठिन हैं राहें , खुद पे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।