चिरनिंद्रा में सोई दादी राख अंगार हुई दादी सोने मानिद तपकर ओर निखर गई दादी देह से तो परे रहती थी शिव संग वह रहती थी देह रूप में जली दादी आत्म रूप में जीवित दादी देखो वह शिव बाबा संग है चेहरे पर मुस्कान गज़ब है फ़रिश्ता बन सब […]
दुनियां के बाजारों में भारत के बाजार अच्छे है। तभी तो विश्व की नजरे भारत पर लगी रहती है। हर कोई अपना माल भारत में बेच रहा है। और अपने देशों को सुदृण वो बना रहा है।। सब कुछ बिकता हैं भारत के बाजार में। सौदा फायदे का हो या […]
बीते हुए दिनो को भुला न देना, आज हसे है, कल रुला न देना।। मिला है मुश्किल से स्नेह तुम्हारा, इसको तुम मिट्टी में मिला न देना। किया है प्यार घर्णा का मंथन मैंने, अमृत पिला कर विष पिला न देना सातो जन्म तक साथ दूंगी मै तेरा, मनुष्य जीवन […]
याद करो उस प्रभु को जिसने तुमको जन्म दिया दुनिया मे लाते ही तुमको मां जैसा उपहार दिया हवा, पानी ,सुंदर प्रकृति मुफ्त में दिया है तुमको पिता रूप में दुलार दिया विवेक ज्ञान दिया तुमको इतना सब मिला है जब कृतज्ञता अभिव्यक्त करे परमात्मा का धन्यवाद यह भाव अभिव्यक्त […]
शब्दो को कहने का अलग अलग अर्थ होता है। शब्दो को जोड़ने से ही शब्द का संसार बनता है। इसलिए हर शब्दो पर खुदको न मेहसूस करें। शब्दाबलि को शब्दो तक ही क्यों न सीमित रखे।। शब्दो के भावों से लोग अलग-2 अर्थ निकलते है। कुछ उसे अपने पर लागू […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।