सुन पाक सभी नापाक तेरे मंसूबों को हम तोड़ेंगे, तन के तेरे अन्दर के लहू का कतरा-कतरा हम सारा निचोड़ेंगे, तू भूल गया जाने कितने भारत ने तुझ पर एहसान किये, कुत्तो वाली इस हरकत से हर कितने तूने कितने प्राण लिये, हम हिन्दुस्तानी अब तक तुझको देते जीवनदान रहें, तेरे […]

नयापुरा माकनी स्कूल को भी मिला स्मार्ट स्कूल अवार्ड श्री कौशल के नवाचार देश के 15 राज्यों सहित पहुंचे सात समंदर पार  नागदा (धार)  | शासकीय नवीन प्रावि नयापुरा माकनी नागदा के शिक्षक गोपाल कौशल को शिक्षा में उत्कृष्ट कार्यों एवं नवाचारों के लिए नेशनल नवोदय क्रांति अवार्ड एवं शा.न.प्रावि […]

मातृभाषा का मतलब है कि, माँ से सीखी और बोली जाती भाषा का नाम मातृभाषा है | बालक जन्म के बाद पहली बार जो भाषा बोलता है, वो भाषा अपनी माँ की और उसकी मातृभाषा है | माँ से ही वो मातृभाषा सीखता है | विश्व में ६००० से अधिक […]

जम्मू  | डोगरी भाशा अकैडमी, जम्मू और गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल, ज्यौड़ियां के संयुक्त तत्वावदान में आयोजित सम्मान समारोह में डोगरी साहित्यकार पद्मश्री नरसिंह देव जम्वाल, यशपाल निर्मल और केवल कुमार केवल को डोगरी साहित्य में अभूतपूर्व योगदान के लिए और संजीव शर्मा को खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान […]

साई नाम साई नाम साई से बडा न नाम जो साई का भजन करे दुख का रहे न नामो निशाँ साईं। जो घर जाये साई नाम वो घर दूजा न काम विश्वास बनाके राखियो साई को करके प्रणाम साईं। साई चर्चा जब करे दुख न आवे पास साई नाम सुन […]

मकड़ी नही , चिड़िया बनिए जाला नही , घोंसला बुनिए जाले में शिकार फंसता है  शिकारी स्वयं भी मरता है चिड़िया बच्चों का घर बनाती है घोंसले को तिनको से सजाती है जाला देखते ही हटा देते है घोंसले को उपयोग में लाते है लक्ष्य शुभ हो तो जाला नही […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।