रे पाकिस्तान बेहाया ~~ तुझे भारत माँ ललकार रही है , पुलवामा मे हमला करके , बेशर्मी दिखाने वालो , नीच कहाने वालो , रे पाकिस्तान बेहाया ~~~ अब तू न बच सकोगे , और न तू अब जी सकोगो , तुम्हे चाहे साथ दे अमेरिका या चीन , फिर […]

(जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतिपुरा में आतंकी हमले में हुतात्मा वीरों के याद में शासनतंत्र को कर्तव्यबोध दिलाती एक कवि की भावपूर्ण कविता –) कह रहा स्तब्धित खड़ा हिमालय, घुटता रो-रो सिंधु का नीर, हे भारत के सेवक जगो, क्यों मौन सुषुप्त पड़े अधीर ! क्रुर प्रहार झंझावातों […]

हिमालय सा हौसला गंगा सी पवित्रता है भारत के बच्चे-बच्चे के जहन में भारत माता है। ये दर्द नहीं चिंगारी है गुजर रहा एक-एक पल हर हिन्दुस्तानी पर भारी है नम आंखे को यकी है आने वाला तूफान अभी बाकी है। नजर टिकती नही हर जुबा खामोश है दिल को […]

पाक तेरी नपाक करतुत पर देश कर रहा है धिक्कार बच कर रहना जाग ना जाये युवा शक्ति का संग्राम खून दिया जिनने देश की खातिर आपना छोड़ कर घर बार हमभी बदला लेगे तुमसे ईतना तेज महा विकराल ढुंढे नहीं मिलेगे कतरे ढूंढ लेना सारा पाक तमाम भूल गये […]

तुम लाशें बिछाते रहो,  हमअर्थी उठायेंगे ;  तिरंगे का कफन देकर,  वंदे मातरम गायेंगे | समूचा भारत  उजाड़ दो,  पर हाथ नहीं उठायेंगे ;  भले ही मर जायें, पर शांति दूत कहायेंंगे | गाै की पूजा करके , गाै ही बने रहेंगे , तुम्हारी सोच मे खोट है , कि […]

वीभत्स् आतंकी करतूतों से देश एक बार और दहल गया जब पाकिस्तान कहें या आतिंकस्तान की कोख व पनाहगाह में पैदा हुई नापक औलादों ने 14 फरवरी को जम्मू-श्रीनगार हाईवे पर पुलवामा के अवंतिपुरा में केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल के काफिले पर फिदायीन हमला कर दिया। बरबस 44 सैनिक शहीद […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।