जयति जय जय मां सरस्वती जयति जय वीणावादिनी आए हैं हम शरण तेरी अज्ञान दूर कर मातु मेरी हे हंसवाहिनी शारदे कृपादृष्टि कर हे विमले पड़ती जिस पर मां तेरी परछाई जग करता नित उसकी प्रशंसा चाहे दुश्मन बने सारा जमाना होता ना उसका बालबांका हे ब्रह्माणी मां भगवती जयति […]

शराब नशा करती है जान भी ले लेती है विधवा बना देती है पिता को खो देती है पुत्र को लील लेती है चूल्हा नही जलने देती महिलाओं को पिटवाती ग्रह क्लेश कराती बहुत उद्दंड है शराब शांति की दुश्मन भाईचारे की विरोधी अपराध की सगी है विकारो की सखी […]

ख्वाब आँखों में जितने पाले हैं सब के सब टूट जाने वाले हैं ==================== जो पसंद हो वही नहीं मिलता खेल कुदरत के भी निराले हैं ==================== हमें तुम क्या मिटाओगे, हमने सीने में तूफान पाले हैं ==================== कोई आवाज़ न उठाएगा यहां सबकी ज़ुबां पे ताले हैं ==================== कहीं […]

हे माँ सरस्वती हे माँ शारदे ! वीणावादिनी माँ सदा ज्ञान का प्रसार दे ! जल-थल-नभ में भी सदा तेरी गूंज हैं, ज्ञान की माँ देवी तू सर्वत्र सदा पूज्य हैं, माँ तू सबको देती सदा ज्ञान का वरदान है, करुणामयी माँ मेरी तू सबसे महान है, तम मिटा के […]

वंदन है माँ भारती,रज चरणन की आस | दूर कभी करना नहीं, नित ही रहना पास ||१|| जग जंगल हिंसक यहाँ,नखधारी सब ओर| रक्छा करना मात तुम,तन-मन-धन सब कोर ||२|| मनसा वाचा कर्मणा,दिल दुखे नही और| मै तो नित पलता रहूँ ,चरणन शीतल ठौर ||३|| नाच उठी सारी धरा,तू जब […]

जम्मू | सर्व भाषा ट्रस्ट, नई दिल्ली की ओर से के. एल. सहगल हाल, जम्मू कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकैडमी, जम्मू में आयोजित सम्मान समारोह में यशपाल निर्मल को उनकी दीर्घ साहित्यक योगदान और भाषाओं की सेवाओं के लिए सर्व भाषा सम्मान 2018 से सम्मानित किया गया। इस अवसर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।