जयति जय जय मां सरस्वती जयति जय वीणावादिनी आए हैं हम शरण तेरी अज्ञान दूर कर मातु मेरी हे हंसवाहिनी शारदे कृपादृष्टि कर हे विमले पड़ती जिस पर मां तेरी परछाई जग करता नित उसकी प्रशंसा चाहे दुश्मन बने सारा जमाना होता ना उसका बालबांका हे ब्रह्माणी मां भगवती जयति […]
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ख्वाब आँखों में जितने पाले हैं सब के सब टूट जाने वाले हैं ==================== जो पसंद हो वही नहीं मिलता खेल कुदरत के भी निराले हैं ==================== हमें तुम क्या मिटाओगे, हमने सीने में तूफान पाले हैं ==================== कोई आवाज़ न उठाएगा यहां सबकी ज़ुबां पे ताले हैं ==================== कहीं […]
