आज काश्मीर में धोखा, गद्दारी चित्कार !हाहाकार ! सिसकती सभ्यता कराहती हुई संस्कृति कैसी है विडम्बना! कैसे वहां के लोग कभी सेना पर हमला तो कभी पत्थरबाजी कभी दुश्मन की छांव आखिर क्यों ? कौन है तेरा देश कहां तेरा गांव जो देता तुझे छांव घाव देते तुम उसे कुठांव […]

(1)देह का अंत      आत्मा का सफर       है अविरल        (2)अंत समय       छोड़ के उड़ जाती        रही जो साथ         (3)धार्मिक संत       अवतरित हुवे       अधर्म अंत        […]

सुनो दोस्तो एक सवाल फिर मन में उठ रहा है, हो ना जाना नाराज क्योंकि इंसान पार्टी में बट रहा है,, हम आराम से सोए इसलिए रात में कोई जग रहा है, उस पहरेदार के खून की दलाली आज कोई नेता कर रहा है,, दिल को झकझोर देती है ये […]

प्रहरी सजग सुजान,सदा सीमा पर रहते। शीत घाम बरसात,सभी हिम्मत से सहते। सोय  चैन से  देश, जगे  रखवाली  करते। प्रीत शहादत  रीत, वही बलिदानी  रचते। देश धरा का मान, रखे  जो जीवन देकर। कहते उन्हे शहीद,गये जो यश को लेकर। करता  वतन सलाम, सपूती भारत माता। मरे राष्ट्र के हेतु, […]

धरती रोया अम्बर रोया वीर सैनिकों की शहादत पर टूट चुका धैर्य और विश्वास चहुँ ओर उमड़ रहा सैलाव धन्य है वीरो की माताएँ जो पुनः पोतो को दे रही आर्शीबाद पाक तेरा जल्द होगा सर्वनाश। जन जन की आकांक्षा अंगार बनकर फूट रहा अश्रुधारा से बच्चों को बना रहा […]

जो मर मिटे है वतन पर उनको जरा याद तो कर रक्षा देश की जो करते थे दुश्मनों से जो निपटते थे घर की परवाह किये बिना जो सीमा पर लड़ते थे उनको आत्म शांति मिले उनके लिए योग तो कर फिर जन्म हो इसी वतन में ऐसा अपना मनोयोग […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।