सभी से है निवेदन ये, हमारी मान लो भैया। मिलेगा दूध घी नीका, घरों में पाल लो गैया। गुजारा गाय के संगत, हमारा भी सही रहना। गऊ तो  मातु होती हैं, करें सम्मान है कहना। दशा देखो  जरा  गाएँ, सरे  राहों  विचरती है। लगे  ऐसे  कि  ये गायें, हमारी राह  […]

इस तूफान में एक शमा जलाई जाए आज फिर शर्त ज़िंदगी से लगाई जाए ======================== वादा-ए-वस्ल है उनका कल सुबह हमसे सोचो जल्दी से कैसे रात बिताई जाए ======================== तेरे करीब होने का भरम हमें भी है कभी हमें भी निगाहों से पिलाई जाए ======================== करेंगे बाद में हम भी […]

दिलो को जो पढते है, वही मुहब्बत करते है । मुहब्बत से ही लोगो के, दिलो को जीता करते है। मेरे तो हर शब्द में ही, मुहब्बत ही झलकती है। तभी तो गीत मुहब्बत के, बड़े आराम से लिखते है।। प्यार की राह कभी भी, आसान नही होती । जो […]

डम डम डमरू  बजे शिवरात में। बम बम सबही कहे अब साथ में। जय शिव जय पार्वती कह आरती। जन गण मन शिंभु  शंकर  भारती। सर हद पर वीर धीर सँभालते। हर हर  बम  भारतीय उचारते। सजग सकल देश शिंभु कृपा रखे। मनुज  मन  रहे  सनेह  दया  सखे। नियति  नियम […]

एक नारी दूसरी नारी को समझेगी तब सम्मान की बगिया खिलेगी खुशी से निभाओं अपने हर   फर्ज आँसू का सूत समेत चुकाना कर्ज मानती हु हर रिश्ता है तुम्हारी जान पर मत भूलना प्यार से बड़ा है मान बेशक आएगा तुम्हारे ख्वाब में एक नवाब पर तुमसे खेले तो […]

श्रृंखला – भाग 2 इदरीस खत्री फ़िल्म समीक्षक द्वारा अब तक छुपाए रखा, शोला दबाए रखा, देख के तुमको दिल बोला है हमको तुमसे हो गया है प्यार यह वह लाजवाब गाना है जिसमे देश के महानतम गायकों का एक गुलदस्ता था जो कि फ़िल्म इतिहास में केवल एक बार […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।