भ्रष्टाचार की नगरी में लक्ष्मी लक्ष्मी हो रहा। हर तरफ फैल रहा फिर भी सो रहा हर जगह उपद्रव है हर नगर में शोर अपने अपनों से देखो दूर हो रहा भ्रष्टाचार की नगरी में लक्ष्मी लक्ष्मी हो रहा। लक्ष्मी भक्त का कहर गरीब गाँव शहर दिन रात रो रहा […]
अपने ही तमाशे पर देखो वो मुस्कुरा रहा है। बेशर्म जोकर देखो कैसे खिलखिला रहा है।। अजीब चेहरे बनाकर सबको सर्कस में बुला रहा है। पापी पेट की खातिर बहुत उछल खुद मचा रहा है।। किसी के भी सामने अपना तमाशा दिखा रहा है। बड़ा बेगैरत है अपनी बेज्जती पर […]
मन व्यथित है आज बड़ी असहनीय वेदना हो रही है आज की इस गर्त में जा रही आधुनिक शिक्षा व्यवस्था को देखकर, आज शिक्षा को सिर्फ पैसों से तोला जा रहा है मतलब यहाँ तक शिक्षा की दयनीयता देखने को मिल रही हैं की जैसे बड़े-बड़े शिक्षण संस्थान सिर्फ पैसों […]
बढती राष्ट्र प्रेम की भावना बिगत कई दशकों से इस तरह नहीं देखा गया जिसके कारण ही शायद आतंकबाद की जड़े मजबूत होती गयी।आतंकबाद के खात्मा के लिए सरकारऔर सेना की दृढ इच्छाशक्ति के साथ-साथ लोगो में राष्ट्र के लिए सेना और सरकार के साथ “कदम मिलाकर चलना होगा”। इस […]
है मुझे स्मरण… जाने जाना जानेमन ! वो पल वो क्षण हमारे नयनों का मिलन जब था मूक मेरा जीवन तब हुआ था तेरा आगमन कलियों में हुआ प्रस्फुटन भंवरों ने किया गुंजन है मुझे स्मरण… जाने जाना जानेमन ! तेरा रूप तेरा यौवन जैसे खिला हुआ चमन चांद सा […]
जब से मिली है, तुम से नजरे । तब से न जाने, क्या हो गया । अब तो आँखे भी, शर्मा ने लगी । किसी और से , नजरे मिलाने को।। तेरे इंतज़ार में, एक उमर हो गई । रात रुक सी गई, और सहर हो गई । पता नहीं […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।