निर्देशक चक रसैल अदाकार विद्युत जामवाल, अक्षय ओबेराय, आशा भट्ट, अतुल कुलकर्णी, मकरन्द देशपांडे, पूजा सावन्त, विश्वनाथ चैटर्जी, कहानी रितेश शाह, पटकथा एडम प्रिंस, चक रसैल संगीत समीरउद्दीन एक्शन परवेज शेख चुंग ली फिल्मांकन मार्क इरविन दोस्तो दुनिया की सबसे खूबसूरत रचना है इंसान यदि इंसान को कुदरत ने सबसे […]

बचपन से ही राजनीतिक दलों द्वारा गरीबी हटाओ का नारा सुनाया जाता रहा है।चुनावी मौसम में यह नारा कुछ ज्यादा ही हो जाया करती है। यह बात भी सच है कि इसी मुद्दे पर कई बार सरकारे बनी और गिरी, लेकिन गरीबी जस की तस है? कही कम तो कही […]

अटूट वादे व अटल इरादे से किसी भी समस्या का हल और मनवांछित फल को हासिल किया जा सकता है। जिसके परिणाम कमशकम सैन्य, शोध व सामरिक क्षेत्रों में तो परिलच्छित होने लगे है। पादुर्भाव पहले सर्जिकल स्ट्राइक बाद एयर सर्जिकल स्ट्राइक और अब अंतरिक्ष में सैटेलाइट सर्जिकल स्ट्राइक ने […]

जीवन एक परीक्षा है यही जीवन की शिक्षा है जो इसमे पास हो गया जीवन उसका सफल हो गया कठिनाई तो आती है आकर चली भी जाती है जिसने धैर्य नही खोया अच्छे से समय को जिया विजय उसी को मिलती है चेहरे पर चमक दिखती है शांतचित वही रहते […]

देश  राग  कामना। शुद्ध भाव भावना। आन बान शान हो। मानस मतदान  हो। जन्म भूमि भारती। नित्य सत्य आरती। वीरवर  गुमान  हो। मानस  मतदान हो। वतन में  अमन  रहे। शांति की मलय बहे। संविधान  मान   हो। मानस  मतदान  हो। रीत प्रीत की निभे। मीत गीत  गा शुभे। गर्व   राष्ट्र  गान […]

वो हरा दुपट्टा उसका, जिसपे फूलो की फुलकारी थी,, जिसके इश्क़ में पागल थे , वो लड़की बड़ी सुहानी थी,, उसके हुस्न के चर्चों से गलीयों में शोर शराबा था,, उसकी चाहत पाने को हर आशिक़ का इरादा था,, जिसके यौवन के कायल सब, वो राणा की दिवानी थी,, जिसके […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।