.            ●◆● जहाँ वतन हो प्राण से प्यारा, ● कफन तिरंगा चाहत है। जगत गुरू की पदवी वाला, ● स्वर्ण पखेरू भारत है। ज्ञान धर्म संदेश अहिंसा, ● दूर देश तक जाता है। सुन्दर पावन धरा भारती, ● वीर सपूती माता है। आओ साथी वंदन करलें, ● भारत की इस […]

इस धरा का  अद्वितीय अनुपम वरदान है माँ, जन्मदात्री जगतपूज्या जग में सबसे महान है माँ, नौ महीने कोख में रख वह शिशु को जन्म देती, अथक पीड़ा सहन कर भी वह किसी से कुछ न लेती, दया,ममता,स्नेह की माँ अद्भुत अप्रतिम तस्वीर है, कितने रूपों को जीती लिखतीं कितनी […]

लोकतंत्र का पर्व मनाना उल्लास से एक मत न छूटे मतदान करना ठाठ से। सभी का अधिकार समान फर्ज निभाना करना मतदान जन जन का प्रतिनिधी चुनना जो सबका रखे ख्याल समान। शंका भय की तनिक न चिंता अपना फर्ज निभाना निर्भीकता के साथ सभी को मतदान करने ले जाना। […]

अपने आप मे खुश रहे।  दूसरो को भी खुशी दे। मूल मंत्र है जीवन का खुद जिये और को भी जीने दे।। न चादर बड़ी कीजिये, न ख्वाहिशें दफन कीजिये। चार दिन की ज़िन्दगी है । बस चैन से बसर कीजिये…।। न परेशान किसी को कीजिये । न हैरान किसी […]

साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा होली के पर्व पर रंगोत्सव ऑनलाइन कवि सम्मेलन 15 मार्च से 21 मार्च 2019 के बीच आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम के संयोजक आशीष कुमार पाण्डेेय जिद्दी जी थे। इस कार्यक्रम में उपस्थित साहित्यकार आदेश कुमार पंकज जी,मनोज कुमार सांवरिया मनु जी,राजवीर मंत्र जी, शिवकुमार […]

जॉयफुल लर्निंग आनंद से फुल, गतिविधियां बच्चों के अनुकूल। खेल-खेल में  सीख रहे अक्षर, शब्द,अंक,एबीसीडी नन्हें फूल॥ कहानी सिखाएं रहना मिलजुल, बच्चे देश की धरोहर,नींव मूल । आनंदमयी अधिगम से सीखने, खुशी-खुशी आ रहे बच्चे स्कूल॥ आओ नन्हें  हाथों  को थाम लें, हम तुम मिलकर जोड़ कर लें। गुणा-भाग की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।