वैशाख का महीना तेज घूप और चुनाव का मौसम हर तरफ चहल पहल प्रचार की गाडियाँ रोज गाँव मे आते और प्रचार करते। अलग- अलग पार्टियो के होने की वजह से सभी के चुनाव श्लोगनो में अंतर होता था परंतु मकसद एक ही होता था वोटरो को लुभाना और […]
समय बहुत बलवान है इसे समझ लो खूब जो समय को न समझे करता है भारी भूल एक बार समय गया फिर हाथ न आएगा समय गंवाने के बाद जिंदगी भर पछतायेगा जो समय पर हावी होकर करते हमेशा सद्कर्म समय उन्ही का अच्छा होता निभाते अपना स्वधर्म। #श्रीगोपाल नारसन […]
क्या उसने कहाँ मेरे से, और मैने उसे क्या कहाँ। क्यों सुनने को बेताव है, मेरे मुंह से क्यों वो।। ये शहर कोई नया नही, मेरे आने जाने के लिए। मिलता रहा जहां प्यार, वहां हम आते जाते रहे।। अब तुम ही बता दो मुझे, की क्या कुछ हम कहे। […]
अपनी धरती माँ के श्रंगार को नहीं उजाड़ना चाहिए , हर इंसान को कम से कम एक पेड़ लगाना चाहिए । क्या सदैव देने की रीत निभायेगी प्रकृति ही हमको , कुछ कर्तव्य हमको भी धरती माँ के प्रति निभाना चाहिए। माना समय नहीं व्यस्त रहते हो अपनी ही तरक्की […]
(विश्व पृथ्वी दिवस) लें शपथ मिलकर सभी, वृक्ष न काटेंगे कभी। जो हर आंगन में वृक्ष होगा तो ही कल हमारा जीवन होगा। जब चारों ओर हरियाली होगी, तभी तो खुशहाली भी होगी। निसर्ग में जो विटप लगेगा, आने वाला संकट टलेगा। वृक्ष हमारे हैं हितैषी, फिर क्यों बने हम […]
आधा सुखा आधा हरा एक पेड़ फुलो से भरा बढता देख पर्यावरण प्रदूषण मिलने लगे भयंकर लक्षण सुंदरता भी खोने लगी सूरज से धरती तपने लगी कभी जल से भरे थे तालाब जब से उमड़ा मानव का सैलाब एक एक दिन बीत रहे थे तालाब लगातार सूख रहे थे भीषण […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।