हे मेरे विधाता करो कुछ तुम उपाय हो श्रद्धा मन में जीवन हो आसान है पल पल घटती उम्र खत्म होती कर अपने काम खत्म सफर खत्म हो ये सत्य अटल है नश्वर सब संसार तो भी घेरे मोह रहे मन संताप विचलन हो सदा पार नही बोलो करे क्या […]

बहुत याद आता है मुझको वो यमुना किनारा। वो नीला सा पानी,वो बहती सी धारा। वो पावन  सी भूमि,वो मथुरा हमारा।। सुबह सवेरे वो मन्दिर को जाना, वो यमुना किनारे घँटों बिताना।। वो बचपन की मस्ती,वो बहता सा पानी।। बहुत याद आता है मुझ को यमुना किनारा। वो बहनों के […]

सावन आया हर्षित सुरभित चहुँ दिशाएं मन्द मन्द मुस्काती पवनें घुमड़ घुमड़ आयी घटाएं चम चम चम बिजरया चमके खेत मगन लहरायें आओ ऋतुवर जमकर बरसो मन मयूर पंख फैलाएं स्वागत करते नदी और पर्वत उमंग से बांह फैलाएं सहज सरल अविनाशी भोले पर आओ श्रद्धा सुमन चढ़ाएं हम प्रेम […]

गीता को जीवन मे उतारने पर दिया गया बल गुरुग्राम(हरियाणा)- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में 27 जुलाई से अखिल भारतीय गीता सम्मेलन का आयोजन किया गया।जिसमें भगवदगीता द्वारा नया मार्गदर्शन विषय पर देशभर से पधारे सन्त महात्माओ,विद्वानी,कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, धर्म प्रचारकों ने सकारात्मक विचार […]

पसीना झर रहा झरने की तरह जिस्म तर, कपड़े हैं तर दिन को मक्खियां और रात को मच्छर कैसे सहें इस उमस का कहर ? अमीरों ने लगाईं एसियां घरों में लेते मजे गर्मी में सर्दी का पूछो रामू से, श्यामू से कैसे गुजरती हैं रातें उमस भरीं ? खड़ा […]

श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान विचार मंथन को आए विद्वान ब्रह्माकुमारीज ने यज्ञ रचाया गुरुग्राम में सम्मेलन कराया नये मार्गदर्शन को जानी राय सत्य, अहिंसा, परमात्म चिंतन गीता शिक्षा का हो अभिनन्दन जीवन सार्थक इसी से बनेगा ईश्वरीय ज्ञान इसी से मिलेगा परमात्म उवाच से जन्मी गीता जीने की कला सीखाती […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।