आँगन में चिड़िया को देख मुझको बचपन याद आया, बचपन में माँ-बाबा कहते थे,मुझको गौरेया। माँ कहती थी चिड़िया जैसी दिनभर उड़ती फिरती है, बाबा कहते देखो कैसी चिड़िया जैसी चुगती है। न जाने कब उड़ जाएगी गौरेया जैसी है बिटिया, खूब प्यार से रखते,मैं तो समझ न पाती उनकी […]
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भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में अभी तक २२ भाषाओं को शामिल किया गया है | इस सूची में ३५ और भाषाओं को शामिल करने का प्रस्ताव है |भोजपुरी, अवधी,राजस्थानी,ब्रजभाषा,हरियाणवी,छतीसगढ़ी आदि लोकभाषाएँ प्रतीक्षा सूची में हैं | अभी तक हिन्दी को ही उसका संविधान प्रदत्त अधिकार नहीं मिला और आठवीं अनुसूची में उपभाषाओं-बोलियों को […]