हिन्द के निवासी हैं फख्र करेंगे देश के लिए जियेंगे मर मिटेंगे।। ये दौलत, जवानी कुर्बान करेंगे देश के लिए हम नग़मे लिखेंगे।। तिरंगे को शान से,हाथो में थामेंगे सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां पढ़ेंगे।। ख़ाखे ज़माने से हम अब ये कहेंगे दुश्मन के सितम हरगिज़ ना सहेंगे।। हिन्द में […]

मथुरा नरेश कंस को कभी न मिला सम्मान उनके भांजे कृष्ण को पूजता हर इंसान आतंक,हिसा,अहंकार से कंस हुआ बदनाम दिलो मे बसकर गोप गोपियो के कन्हैया बन गए महान विकर्म और सद्कर्म मे यही बड़ा है भेद विकर्म से कंस खलनायक बने सद्कर्म से कृष्ण अभेद परमार्थ का साथ […]

*’जन्नत’ में भी ये बेक़रारी क्यों हैं*                                                  कश्मीर के लिए निकलते वक़्त  दोस्त अनंत तिवारी ने कहा था कि पत्थरबाजों की मनोदशा समझ कर आना। जम्मू […]

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खामोश ख्वाहिशें देतीं दस्तक मेरे मन की चौखट पर हौले हौले चुप कर देती उनको बहला फुसलाकर      नन्ही नन्हीं ख्वाहिशें जब      बच्चों जैसा हठ करतीं     मुश्किल होता समझाना     रह रहकर वो दम भरतीं मैं कहती अभी वक्त नहीं है कभी और तुम […]

कितना कुछ इस पंचम काल या कलयुग में होगा या जो हो रहा है , इसे हमारे भगवान की वाणी मे कहा गया कि पंचम काल या कलयुग मे मनुष्य का विवेक खत्म हो जाएगा। वह पशु जैसी सोच रखेगा। यह बात सचसाबित हो गई है और हम सब जैन […]

जब से शुरू किया है मैंने आत्ममंथन पाया है , करता रहा हूँ मैं – रोज ही जाने – अनजाने कोई न कोई गलतियां । होता है जब पछतावा , तो पाता हूँ – अनजानी गलतियों के पीछे थी मेरी ही लापरवाही और आलस्य । जाता हूँ जब – जान […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।