उसकी आबरु को यहाँ छीन लिया जाता हैं, जिस देश मे”बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ” का नारा दिया जाता हैं, हर छोटे मसले पर यहाँ बड़े फैसले होते हैं, बस अहम बात को दबा दिया जाता हैं, रौंद देते हो मासूमियत को पैरों तेले, तुम्हारे अंदर का इंसान क्या मर जाता हैं, […]
आरजू है मेरी बस पढ़ा दीजिये। आप बस इतनी मुझको रज़ा दीजिये।00 हाथ पीले करो मत अभी से मेरे, चाहे जितनी भले तुम सजा दीजिये।01 मैं अठारह बरस से जियादा लगू। आप शादी मेरी फिर करा दीजिये।02 नाम मेरा नही वोट की लिस्ट में। नाम मेरा भी उसमे जुड़ा दीजिये।03 […]
हैं अनेकों धर्म भाषा एक हिंदुस्तान है l मातृभाषा हिन्द की, हिंदी हमारी जान है ll — देश की संस्कृति रिवाजों पर हमें भी गर्व हो l भारती की शान हिंदी, विश्व में पहचान है l — नृत्य शंभू ने किया, डमरू बजा ‘ॐ’ नाद का l देववाणी के […]
दिलो की बात दिलवाले जानते है / प्यार का दर्द सिर्फ परवाने जानते है / दो जवां दिलो का गम दूरियां समझती है …। कौन याद् करता है हिचकियां समझती है…।1। जब भी एक को दर्द या गम होता है / जलना तो दोनों को ही पड़ता है / तभी […]
मत काटों इनके हाथ-पैर मत करों तुम इनसे बैर । लुप्त हुए जबसे घने जंगल बस्तियों में आने लगे शेर ।। पेड देते फल,औषधि ढेर देते ठंडी हवा शाम-सवेर । पर्यावरण का आधार पेड करें संरक्षण,पाएं पुण्य ढेर ।। #गोपाल कौशल परिचय : गोपाल कौशल […]
विश्व के प्रतिष्ठित लोकतांत्रिक देशों में से एक आर्यावर्त ( भारत ) वर्तमान में दिशाविहीन सा प्रतीत होता है क्योंकि शक्तिशाली गणतंत्र के समक्ष अनेकानेक चुनौतियां हैं एवं हम अपनी विक्षिप्त मानसिकता और संकीर्ण कट्टरपंथी विचारधारा के कारण विश्व परिदृश्य से अपनी पहचान खोते जा रहे हैं । देश की […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।