निःशब्द हो जाती है मलिक जब, अनायास ही पूछ लेता है कोई, कौन है अनिता….???? विचलित मन से ढूंढने लगती हूं वो शब्द, जिनसे मैं थोड़ा बहुत बयां कर पाऊं कि, कौन है अनिता….???? अम्बर छूती चोटियों को पैरों तले रौंदकर, आसमान के उस छोर पर कदम बढा रही, वो […]
दिल छोटा रखते हैं इमारत बडी बनाते हैं लोग नफ़रत दिल मे है प्यार जताते है लोग अपने सच से हैं बेख़बर ओरो को आईना दिखाते हैं लोग बेचकर ज़मीर अपना नाम कमाते हैं लोग ज़ख्म पे मरहम लगाते हैं बाद में तमाशा बनाते हैं लोग सब अपने मतलब से […]
काले-काले बादल झूमे झूमे पुरवाई शाम सलोनी आई नन्ही बूंदें इठलाती आई गिरी धरा पर जब ये मानो सुन्दर स्वर लहरी हे गाई सुनकर पत्तों ने भी अपनी तान लगाई फूलों ने चेहरे धोकर गरमी दूर भगाई रुई के फाहे से बादल आसमान में खेले आँख मिचोली नदिया की गागर […]
नर तन है अनमोल पिया , जिसका भाव न मोल पिया। लख – चौरासी के चमड़े से , बना है जिसका ढोल पिया।। पैसे से तौले जो इसको, बहुत बड़ा बकलोल पिया। मानव – मुक्ति की सभी युक्ति, इसमें फिट सब रोल पिया।। माया – काया , रति – गति […]
आज रोटी के लाले है मगर दस दिन से एक पंडित घर में डेरा डाले है! हवन कि खुशबु से घर, आंगन महक रहें हैं मायुश चेहरों पर आशा के पंछी चहक रहें हैं घर का चूल्हा राख से अट्टा पड़ा है किन्तु अग्नि कुंड में दहकते ज्वाले है ! […]
खिले हर रंग के हैं फूल चमन बोलो ये किसका है। जमीं तो नाप ली सारी, गगन बोलो ये किसका है। मैं हिन्दू हूँ, मुसलमां तू, और कोई ईसाई है, सभी की जातियाँ अपनी वतन बोलो ये किसका है। नाम : निखिलेशसिंह यादव जन्मतिथि : 21.10.1977 पता : शास्त्री नगर, गोविंदपुर […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।