तेरी दोस्ती बोतल के ढक्कन सी हैं तेरी दोस्ती दूध के मक्खन सी  हैं तेरी दोस्ती फूलों के भंवरों सी हैं तेरी दोस्ती सागर की लहरों सी हैं तेरी दोस्ती घर के छप्पर सी हैं तेरी दोस्ती काली के खप्पर सी हैं तेरी दोस्ती ताले की चाबी सी हैं तेरी […]

गोंदिया। इस सदी के महान गीतकार-कवि व पद्मश्री-पदमभूषण अलंकरणों से सम्मानित गोपालदास सक्सेना ‘नीरज’ के देहावसान पर उन्हें स्मरण करने एवं श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु रविवार दि. २२ जुलाई को भिन्नभाषी साहित्य मंडल गोंदिया द्वारा पूर्व नगराध्यक्ष कवि के. बी. चौहान के सूर्याटोला निवास पर दोपहर ३.०० बजे श्रद्धांजलि सभा […]

गोंदिया। स्वाधीनता संग्राम के क्रांतिकारी अमर सेनानी चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर भिन्नभाषी साहित्य मंडल द्वारा दि.२३ जुलाई सोमवार को संध्या समय सुभाष उद्यान स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे पुष्पांजलि अर्पित की गई। अध्यक्षता डॉ. बी. पी. जुनेजा ने की। बतौर प्रमुख अतिथि कविवर रमेश शर्मा ने स्वाधीनता […]

बहुत जखम  सह लिए मगर निशान अब भी बाक़ी है, लाख दिए हैं इम्तहान  पर अंजाम अब भी बाक़ी है. गिराते रहे तुम सितम की बिजलियाँ  हर  मोड़ पर, मगर इस सफ़र की मंजिल अब भी बाकी हैं. रूहों को मिलाने की करते रहे  नाकाम कोशिश, फरेबी चेहरो पर झूठ के नकाब अब भी बाक़ी […]

सुबह के पांच बजने वाले थे । तभी गहरी नींद में सो रहे रमेश के फोन की घण्टी घनघना उठी । कुछ ही पल बाद रमेश ने अलसाते हुए फोन देखा तो कोई अपरिचित नंबर दिखा । उसने सोचा इतनी सुबह भला किसका फोन हो सकता है , पर यह […]

घर जो कभी जगमगाता था रौशनी से ,आज खंडर सा वीरान है उसमे रहने वाला कुछ इस तरह से सोचता है। . . . . . . . . . . . . . . . ….. . . . . .. आज तू खड़ा वीरान है ! खंडर बना […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।