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नायिका की  शिकायत सुनो … एक दिन यही लफ़्ज तुमने  ही कहे थे मुझसे अश्रु और मुस्कान से यदि  घुलती रहोगी तुम फाल्गुन और सावन से   एक दिन मिलवा दूंगा मै…! याद है ना तुम्हें जब मेरा चेहरा लिए अपने हाथों में पूछे थे कई प्रश्न  तुमने मुझसे..! हर […]

कहानी-उपान्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष………… कर्मभूमि , गोदान जैसा जीवंत उपान्यास अब कहाँ मिलता है । बुढी काकी ,सुजान भगत -सा अब कथा पात्र कहाँ मिलता है ।। आमजन की पीडा को समझने वाला मसीहा   कहाँ  मिलता है । शब्द – शब्द में था  जिसके दर्द अब ऐसा […]

गुरू की महिमा अजीब, अजीब उनकी उपमा रही। घर की चिन्ताएं सब छोड़, बस छात्रों की चिंता करी । अंधकार हियँ से दूर कर, ज्ञान की ज्वाला तेज की। हर मन में संशय दूर कर, विश्वास रूपी नीव रखी। ज्ञान का पुंज सहनशीलता, मस्तक पर तेज की ज्वाला। परम् पूज्य […]

गुरुपूर्णिमा  के पवन अवसर पर गुरु चरणों में समर्पित……………………. माता पिता ने पैदा किया, पर दिया गुरु ने ज्ञान / लाड प्यार दिया दादा दादी ने / पर गुरु ने दिया अच्छे बुरा का ज्ञान  / उठे हृदय में जब भी विकार / तब उन्हें गुरु ने कर दिया एक […]

तीन मासूमो का भूख से मर जाना संवेदनाओ का मरते हुए नजर आना सियासत मे सच्चाई का ढक जाना यूं सरे आम गरीबो का उजड़ जाना लगा जैसे लोकतन्त्र का जनाजा हो पीड़ित केवल वोट का पैमाना हो भाषणों से विकास होता नही है शौचालय बनवाकर ही क्या करोगे जब […]

एक हसीन शाम बनके आई है मेरे लबों पे जाम बनके आई है देखा है उसने बड़ी नजाकत से लगता है कोई पैगाम बनके आई है कातिलाना लगती है उसकी अदाएं मेरी चाहत गुलफाम बनके आई है इश्क मुझको ही मुक्कमल है जैसे इबादत  मेरी पहचान बनके आई है भा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।