अहं के नशे में चूर करके खुद को, पुरुषत्व की पहचान बताता है….. क्या यही है पुरुष…..?? हसीं छीनकर के नारी की उसे, खूब खून के आंसू रुलाता है…..। जुर्म ढाता नारी पर बोल पड़े, तो उसे वो बेहया बताता है…….।। क्या यही है पुरूष….?? भोगकर नारी को फिर उसके, […]
जब तुम नजरें झुकाकर चले थे सामने मेरे मुस्कुराकर चले थे तभी से मोहब्बत करता था तुमसे मेरा दिल तुम भी चुराकर चले थे दोस्तों के संग अंताक्षरी खेलना चाहत का नगमा तुम सुनाकर चले थे बहुत याद आता है वो पल मुझको चेहरे पे जुल्फे तुम गिराकर चले थे […]
1. बेटी घर की लाडली, माँ बापू को चैन। दिनकर छाया धूप जिमि, तारा छाई रैन। 2. बेटी घर की लिच्छमी ,सरस्वती को रूप। नव दुर्गा का भेष या, जमना गंग सरूप। 3. बेटी घर की देहरी , दादा दादी साथ। प्रात नमन दोपहरिया,संध्या बाती हाथ। 4. बेटी घर की […]
निराकार परम शिव है जो है सबके भगवान जो शिव का स्मरण करें मिले तीन लोक का ज्ञान आदि,मध्य,अंत के रचियता है परमात्मा जब जब पाप बढ़े धरा पर कर देते सबका खात्मा पांच हजार साल के कल्प मे सतयुग,त्रेता,द्वापर आते कलियुग,संगम पाप धरा के दुनिया को मायावी बनाते सुखद […]
प्रखर समाजवादी नेता शरद यादव इन दिनों भाजपा को घेरने के लिए छोटे-छोटे दलों को मिलाकर और उन्हें कांग्रेस से जोड़कर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एक महागठबंधन का जाल बुनने में जुट गये हैं। शरद का मानना है कि कांग्रेस को आगे बढ़कर भाजपा विरोधी सभी मतों को एकजुट […]
हे भोले आज मेरा रंग कुछ तेरे संग ऐसा रंग जाए। ऐसी भक्ति दे मुझे,मेरा तन मन सब कुछ आज नीलकंठ हो जाए।। मैं कर दूं तुझ को सब कुछ अपना अर्पण। तू मेरे तन मन मे बन श्रृंगार मुझ में बस जाए।। जल,दूध,इत्र,केसर,चीनी,दही या भांग कुछ भी बनना मंजूर […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।