श्रद्धांजलि दिवंगत मित्र एस एस सैनी को क्या हुआ ,कैसे हुआ क्यो तुम चले गए कुछ तो बताया होता बिन बताये ही चले गए थे चेहते बहुतो के तुम फिर क्यो चले गए तुम्हारी भावुकता देखी तुम्हारा अपनत्व देखा लेखनी की ताकत देखी करुणा,दया का भाव देखा संघर्षो से जूझते […]

तुम लेके आओ भीड़,मैं मुँह मोड़ लेता हूँ इंसानियत से अब हर रिश्ता तोड़ लेता हूँ जानवरों के लिए इंसानों की अब बलि दो इतिहास के पन्नों में ये क़िस्सा जोड़ लेता हूँ आतंक का साया बढ़ा दो तुम रोज़ बेइन्तहां मैं आँखें बन्द करके अपनी राहें मोड़ लेता हूँ […]

वर्षा है  सयानी रानी मन की दीवानी मानी पावस  ऋतु की प्रीत ….रीत ही निभाइये।। दादुर   नँगारे   बाजे कलापी सुनृत्य साजे चातक पपीहा वाणी …गीत ही सुनाइये।। खेत में किसान घूमें धान  पुरवाई   झूमे बिटिया  झुलन कहे झूला तो बनाइये।। सावन  बिताय अब भादवे  लगे  है जब याद बृजराज आए […]

रो-रो कर वृक्ष बतावे रे मानव क्यो काट रह मुझे रक्त क्यो बहा रहा है मेरा मैंने तेरा क्या बिगारा है । तुझे नही पता ,मुझे काट तु भी जिंदा नही बचेगा तेरी मेरी दोस्ती सांसो की है क्या इस जग मै दोस्ती छुटेगी । मैंने तो अपना सारा फल […]

देखो हमारी हिंदी , पटरानी बन गयी बँगला सिँधी फारसी अँग्रेजी ,उर्दू सब रानी बन गयी, देखो हमारी हिन्दी पटरानी बन रही,,, ब से बिन्दी लगा कर ह से हरवा पहन कर च सेचूडी सजा कर ल से लँहगा पहने प से पायल छनका कर म से मशहूर हो गयी […]

भरे नयन बरसता स्नेह ढ़ले जीवन।१ बहती धार ये नयन बेचैन उदासी ढूँढे।२ जिंदे नयन रखकर छवियाँ जीवन भर।३ खुशियाँ ढेर नयन देखकर रोती दिखती।४ गहरी बातें रखकर नयन ये मचलती ।५ प्रतियोगिता इत्तर प्रेम गहरा नयन रखकर बढ़ता रहे।१ राहें ताकती तरसते रहते नयन धरे।२ #नवीन कुमार भट्ट परिचय […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।