पराम्बा शक्ति पार्वती के नौ रूपों में  छठा रूप  कात्यायनी का है । अमरकोष के अनुसार यह पार्वती का दूसरा नाम है। यजुर्वेद में प्रथम बार  ‘कात्यायनी’ नाम का उल्लेख मिलता है। ऐसी मान्यता  है  कि देवताओं का कार्य सिद्ध करने के लिए  देवी महर्षि कात्यायन के आश्रम पर प्रकट […]

खड़े मिल गए चौराहे पर आज मुझे श्री राम बोले अब मैं लौट चला वापस फिर सुरधाम।। यहाँ जरूरत नहीं किसी को अब पुरुषोत्तम श्री राम की सर्वोच्च न्यायालय करे फैसला पहले मेरे जन्म स्थान की।। नाम पर मेरे रोज यहाँ न जाने कितने  परिवर्तन होते रोज नए वादे होते […]

गांव में बहती नदी किनारे एक महात्मा जी रहते थे सभी को कर्म अपना करना है प्रवचन में प्रतिदिन कहते थे दूर-दूर से श्रोता थे आते सुन-सुन उपदेश वापस जाते धन्य कर रहे थे धरा को जो शरीर को साधन बतलाते प्रातः काल भ्रमण को जाते नदी स्नान कर वापस […]

नवरात्र में उपवास का खास बन गया दस्तूर अन्न सेवन से परहेज है फलाहार ले रहे भरपूर देवी साधना का दौर भी घर घर मे है जारी देवी के पवित्र स्वरूप में आकर्षण हो रहा भारी देवी की पुजारिन नारी अगर देवी आचरण अपना ले देवी साधक पुरुष वर्ग भी […]

1. जागरूक होकर करो,मतदाता मतदान। राजधर्म निर्वाह को, करिये ये शुभदान।। 2. सब कामों को छोड़कर,करना है यह काम। एक दिवस मतदान का,बाकी दिन आराम।। 3. सही करो  मतदान तो, हो उत्तम सरकार। मन का प्रत्याशी चुनो,मत दे कर हर बार।। 4. डरो नहीं, झिझको  नहीं, रहे प्रशासन संग। अच्छा  […]

जिंदगी आ बैठ मेरी पहलु में करे कुछ  बातेंऔर मुलाक़ातें हम मुसाफिर इस   राह    के कदम कदम संग रहे  चलते पाने को ख़ुशी शांति ये जनम गोता राही समन्दर में लगाते सब यहाँ  हैं ढूंढते हीरे  मोती जाने क्या-क्या पाते  खोते तू मचलती उन जजबातों में औ दिल रातों में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।