मैं लोगों से अक्सर सुनता हूँ कि जातीय बंधन ढीले हो गए लेकिन मेरे शहर में जातियों ने हर चौंक पर कर लिया कब्जा हर धर्मशाला में कर लिया अपना निवास हर मुहल्ले को दे दिया अपना नाम जाति आधारित संस्थाएं संघर्षरत हैं अपना दबदबा कायम रखने के लिए मुझे […]

भाई बहन के प्यार का प्रतीक है भैय्या दूज पवित्र सोच का पर्याय है सम्बंध होते मजबूत बहन तिलक करें भाई को मांगे रब से खैर उसका भाई खुशहाल रहे न हो किसी से बैर भाई भी बहन की खातिर सर्वस्व न्योछावर को आतुर बहन सदा रहे सुखी दुख हो […]

सुण स्याणी! आज दोफारां भूख लागगी. म्हारी बिल्डिंग में महाराज को बासो(भोजनालय) बंद हो…तो मैं एक फास्टफ़ूड सेंटर में पेटपूजा करण चल्यो गयो. बड़ी भारी भीड़ ही.मने तो कुछ पतों कोनी हो…काउंटर पर खानपान की लिस्ट देखकर मै एक पिज्जो अर एक लावा केक को ओडर दे दियो. रिपिया तीन […]

बहन ही है, जो रिश्तों को निभाती है, हो मुसीबत कितनी फिर भी, भाई के घर मे मुस्कुराती हैं। समझे कोई पराया या माने अपना, पर बहना तो प्यार की डोर से बध जाये।। लगा तिलक शगुन का, भाई का मस्तक चमकाये।। जब भी हो कोई शुभ कार्य  भाई के […]

मेरे लब की मुस्कुराहट पर वो मेरे आँशु पहचान लेता है। दबे है मन मे जो अल्फाज,उनकी आवाज वो जान लेता है।। मुझे कभी मालूम ना था जिस्म पर कितने खंजर लगे है मेरे। बस मेरी आह से वो मेरे शरीर के खंजर पहचान लेता है।। अभी मैं जिंदा हूँ, […]

शहीदों के नाम एक दीपक मैंने भी जलाया है जय हिंद वंदे मातरम मैंने भी गाया है देश के तुम हो रक्षक प्रहरी बनकर मान बढ़ाया है शहीदों के नाम……… तुम ही सच्चे देश भक्त ,रण भूमि में जान गंवाया  है शहीदों के नाम……… नमन तुमको कोटि कोटि हमारा हमने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।