राह हिंसा की तुम अपनाना नहीं जिंदगी बेकार,प्यार जिसने जाना नहीं राह अपना लो अहिंसा की यारों शत्रु किसी को भी बनाना नहीं जहां चल रहा मोहब्बत से मानो नफरतों को कभी तुम टिकाना नहीं गले से सभी को लगा लेना तुम आँखे किसी को दिखाना नहीं […]
कल्पनाओं को छोडकर कर्म को अपनाना होगा विकृत हो रहे मनःस्थिति पर काबू पाना होगा। बहक रहे है सभी के कदम फैल रहा जीवन में अंधकार खाली समय में अंतःमन को झकझोरना होगा कल्पनाओं को छोडकर कर्म को अपनाना होगा। संगत की संस्कारो से खुद को बचाओ ऐ दोस्त बिगडती […]
मैं खुद जवाब हूँ हर सवाल का मुझको अफवाहों से डराता है क्या मुझको प्यास है सात समंदर की मुझको फिर बूँद-बूँद पिलाता है क्या मैंने आसमाँ को बाँहों में जकड़ रखा है तू मुझको ख़्वामखाह ज़मीं पे गिराता है क्या मैंने कितने होंठों को हुश्न के काबिल बना दिया […]
आज के दौर की तालीम जो सरकारी है , उससे क्या फ़ायदा वो तो बस बाज़ारी है । काम आती है आग पेट की बुझाने को , है नही क़ौम की परवाह न ज़िम्मेदारी है । होड़ सी है मची डिगरी को हड़प लेने की , देश में भीड़ है […]
देशाटन करो कितना भी पर घर मे ही मिलता चैन बहारी दुनिया बहारी है अपने ही सुख देन अपने अंदर स्वयं को खोजो आत्मबोध हो जाएगा जिसने भी स्वयं को जाना ज्ञानी वही बन जायेगा परमात्मा से लौ लग जाये तो परमज्ञानी हो जायेगा। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ […]
देख वीरो की बलदानी – खून मेरा भी खोला है। आज दिल मेरा भी मचला – देख बसंती चोला है। मेरा देश ही- मेरी जान है। इसके लिए एक जीवन क्या, हजारो भी कुर्बान है। खाकी का रही हूँ देश का सिपाही हूँ देश की मिट्टी ही मेरी […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।