एक दिन देखा लोगों की लंबी कतार, कडी धूप में पसीने से लतपत खडी थी। किसीके दर्शन के लिए वो बेताब, बेचैन नजरों से इंतज़ार कर रही थी। हमने गौर से देखा पर कुछ न दिखा। दिल में एक आस जगी और हो गए उसमें हम भी शामिल। जब नंबर […]
मेरे जीवन में तेरा आना, आकर दिल में दस्तक दे जाना, क्रुर दिल को कोमल बनाना, कर्तव्य मार्ग का पाठ पढ़ाना, तेरी मासूमियत, संस्कार, सभ्यता, और तेरे माथे की वो बिंदिया, जैसे-जैसे जचती है । तू भी सजनी मेरे मन में, वैसे-वैसे बसती है……२ तेरी वो हिरणीं नयन जो तेरे, […]
दोस्तों के हौसला-अफजाई से, हर बुलंदियों को भी कदमों में झुका लूं। ये दोस्त तेरी दोस्ती में तो, तेरे हर गमों को भी सर पे उठा लूं।। इस दुनिया के समस्त चराचर, एक दिन बिखरे पंचतत्व हो जाएंगे। बस कर्म, मां बाबूजी और मित्र हीं हैं ऐसे, जिनकी यादें अनंत […]
छोटी सी बिटिया ना जाने कब बड़ी हो गयी। नन्हे नन्हे थे जिसके पाँव,पता नही कब खुद अपने ही पैरों पर खड़ी हो गयी।। खुशियो के माहौल से आज घर का हर कोना महक रहा है। बाबुल की बिटिया अपनी शादी की खुशी में चहक रही है।। दूर गाँव से […]
व्यर्थ समय गंवाओ नही ईर्ष्या, द्वेष अपनाओ नही एक एक स्वास है कीमती जीवन बोझिल बनाओ नही पल पल सदुपयोग करो कर्म सेवा का योग करो तन मन की शुद्धि रहे सदा ऐसा ईश्वरीय राजयोग करो जीवन के कष्ट मिट जाएंगे खुशियो भरे दिन आ जाएंगे। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन […]
“`तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षस कुल में दानव राज जलंधर से […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।