आखिर अब खुद को बदल रहा है वो, गिर  उठ  गिर  फिर  संभल रहा है वो, मौसम  का  मौसम  बिगड़ रहा है अब, और कांटें भरें रास्तों पर चल रहा है वो, हिम्मत अब  उसकी और बढ़ती जा रही है, खयालों से सवाल कर आजकल रहा है वो, हवाओं  को  पकड़ने  […]

हनन और दमन तुम दूसरों का कर रहे हो। उसकी आग में अपने भी जल रहे है। कब तक तुम दुसरो को रुलाओगे । एक दिन इस आग में खुद भी जल जाओगे। और अपने किये पर बहुत पषताओगें। पर उस समय कुछ नही कर पाओगे।। कहते है उसके के […]

नई दिल्ली | हिन्दू समाज पर लगातार बढ़ते जिहादी  आक्रमणों के विरुद्ध बजरंग-दल आगामी मंगलवार (9 जुलाई) को देश भर में प्रदर्शन करेगा. इस सम्बन्ध में जारी एक संयुक्त बयान में विश्व हिन्दू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महा-मंत्री श्री मिलिंद परांडे तथा बजरंग-दल के राष्ट्रीय संयोजक श्री सोहन सिंह सोलंकी […]

सदा सच के साथ चलिए सच के रास्ते को ही पकड़िए यह मार्ग कठिन जरूर है बाधाएं भी इसमें भरपूर है समय इसमें अधिक लगता है इसपर चलना लोगो को खटकता है पर, आप हिम्मत नही हारिए बस,सत्य का ध्वज उठाए रखिए बेखोफ उसे लहराए रखिए सुखद सफलता  मिल जाएगी […]

बंधुओं माननीय उच्चतम न्यायालय ने घोषणा की है कि अब न्यायालय के निर्णय भारत की छह भाषाओं में दी जाने की व्यवस्था की जाएगी । लेकिन गहराई से देखें तो यह केवल हिन्दी प्रेमियों को भरमाने वाली बात है … छह क्या आजकल तो गूगल पर दो मिनट में दो […]

क्या जरूरी है अहसासों को थाम लेना क्या जरुरी है रिश्तों को नाम देना बताओ  भँवरा किस नाम से पुकारता होगा खुश रंग कलियों को बताओ कलियाँ किस रिश्ते से पुकारती होगी मनचले भँवरे को क्या जरूरी है हर सवाल के बरक्स एक जवाब खड़ा कर देना क्या जरुरी है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।