शारद पूत नमन करूं, जय शंकर परसाद। नाटक कविता अरु कथा,हिन्दी छायावाद।। जय शंकर हिन्दी हितकारी। साहित सेवा सदा विचारी।।1 विश्वनाथ काशी कल्याणी। देवी के घर शारद वाणी।।2 माघा शुक्ला दसमी ईशा। संवत उन्निस छैयालीसा।।3 जनवरि तीस नवासी आई। जयशंकर जब जन्में भाई।।4 क्वींस कॉलेज करी पढ़ाई। बाकी शिक्षा घर […]

है प्यार बहुत देश हमारा हिन्दुतान। है संस्कृति इसकी सबसे निराली है। कितनी जाती धर्म के, लोग रहते यहाँ पर। सब को स्वत्रंता पूरी है, संविधान के अनुसार।। कितना प्यार देश है हमारा हिंदुस्तान। इसकी रक्षा करनी है आगे तुम सबको।। कितने बलिदानों के बाद मिली है आज़ादी। कितने वीर […]

मुझे गर्व है भारत भूमि पर जहां सुर वीरों ने जन्म लिया जहां सीने पर गोली खाते वीर जहां मिट्टी पर मिट जाते वीर सीमा पर सीना तान खड़े हैं पर्वत सा धैर्य लिए ये वीर सीने पर गोली खाते हैं तिरंगे की शान बढ़ाते हैं मुझे गर्व है भारत […]

ना पूछो कितने जुल्म सहे आज़ादी के उन मतवालों ने देश के लिए दे दी प्राणाहुति क्रांति की आग जलाने वालों ने दंभ किया चूर दुश्मनों का हुई ख़त्म गुलामी की रात वीरों का संघर्ष हुआ सफल तब आया स्वतंत्र प्रभात स्वदेश प्रेम में थे वो डूबे मातृभूमि थी माँ […]

गांधी नगर साहित्य सेवा संस्थान की ओर से अपना गुजरात दैनिक पत्रिका के सहयोग से महात्मा गांधी साहित्य मंच गांधीनगर के मंच पर तंत्री श्री देवेन वर्मा और अध्यक्ष श्री डॉ गुलाब चंद पटेल कवि लेखक अनुवादक और नशा मुक्ति अभियान प्रणेता ब्रेस्ट कैंसर अवेर्नेस प्रोग्राम आयोजक तथा इंडियन लायंस […]

कैसे ध्वज फहराये हम सब इस माहौल में, घर में सब बन्द पड़े हैं इस कोरोना काल में। जश्न मनाए अपने घर में और बाहर निकले न हम। छत पर चढ़ कर ध्वज फहराये,राष्ट गान गाए हम।। नमन करे उन वीरों को जिन्होंने आजादी दिलाई थी। उनके बच्चो की देखभाल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।