कितना सूना है दिल का मेरे आसमाँ, चाँद मेरा न जाने कहाँ खो गया। टूटे तारें मैं ऐसी ही माँगू दुआ, टूटे तारें तो तेरी ही माँगू दुआ, तेरी यादों में खोया रहा इस तरह, रात थी जाने कब फिर ये दिन हो गया। तू ही राहें मेरी तू ही […]
चमन वालो तिरंगा हम लहरायेंगे वन्दे मातरम मिलकर हम गाएंगे हस्ती कोई हमारी मिटा सकता नहीं दुनिया वाले भले हमे आजमाएंगे गर्व करते है हम हमारे वतन पर बढ़ते कदम हमारे न डगमगाएँगे वादा है हमारा और इरादा भी है दुश्मन ही हमारे मुँह की खाएंगे वतन के खातिर गर […]
संवेदना की मृदु धरा पर शब्द तुमने बो दिए ताल यह घोषित करेगा पद्य हो अपद्य हो ॥ १॥ मान हो अपमान हो या स्वाभिमान कि हो विजै काल यह घोषित करेगा लज्ज हो निर्लज्ज हो ||2|| राग हो अनुराग हो या प्रेम का छ्द्मावरण भाव यह घोषित करेगा लिप्त […]
ज़ख्मों को मेरे जैसे दवा लगी है, मैं शायर नहीं मगर हवा लगी है। क्या दस्तूर हो गया मेरे शहर का साहिल, कीमती लिबासों में भी नंगी है लड़कियाँ। मुझे जन्नत वाजिब हो गई यकीनन, मैं माँ को कभी रूठने नहीं देता। यूँ मुन्तसिर हो के कुछ हासिल न हुआ […]
तड़प रहा हूँ भूख से मैं, खाना-पीना मिला नहीं, क्या करता मैं काम भाइयों, दर-दर ठोकर खाई हैl नेता कहते थे तुम्हारी नौकरी है पक्की, इतनी मेहनत का जो था उसको भी मैंने गँवायाl जो बचा था जीने को उससे शिक्षा का कर्ज पटाया, आ गया हूँ सड़क पर अब […]
अब विदाई की घड़ी आई। बेटी हो रही है पराई।। भीगी आँखें आँगन सूना। माँ का दुख बढ़ता है दूना।। सुंदर तेरा रूप सलोना। तेरे बिन सूना हर कोना।। माँ की बातें सदा सँजोना। पिया के संग खुश ही होना।। तेरी बातें याद करूँगी। सारा जीवन खुशी रहूँगी।। मायके की […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।