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तुम और सिर्फ तुम मुझे मुझसे चुरा लेते हो, मेरे यार लाज़वाब हो,कमाल करते हो। पानी में घुमा देते हो उंगलियां अपनी ‘ज़ाम’ कर देते हो, मेरे यार लाज़वाब हो,कमाल करते हो। तकलुफ़्फ़ मुझे नहीं नज़रों को है मेरी, महफ़िल में भी काजल चुरा लेते हो, मेरे यार लाज़वाब हो,कमाल […]

इश्क तो उस… इश्क़ तो उस ज़माने में हुआ करते थे, जब छतों पर कबूतर उड़ा करते थे.. नज़र भी कभी मिल जाए तो, कयामत तौबा.. दिल के ज़ज़्बात बस दिल ही समझा करते थे… इश्क़ तो उस जमाने में हुआ करते थे…। वो उसका निकलना दामन समेट के, और […]

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दुनिया कहती है,के हाथ का मेल है पैसा, बहुत कुछ है और कुछ नहीं है पैसा। फिर भी दुनिया का हर शख्स बईमान बना देता है, इतनी ताकत रखता है पैसा। भूखे की तो बस पेट की जरुरत पूरी करता है, धनवान को तो भगवान ही बना देता है पैसा। […]

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कुछ यादें,किस्से ज़ख्म समेट के, फटी उम्मीदों की चादर में लपेट के.. हर रिश्ते को अलविदा कर हम चले। घर की दर-ओ-दीवारों ने किए थे, वादे खामोश रहने के.. मेरे आँसूओं की वजह न बताने के, इन दीवारों से भी आज नागवार हो के.. हम चले..। ये कैसा आँगन, जो […]

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आज फिर रात से,उधार सुकून के लम्हे मांगते हैं… चलो, आज फिर मुक़द्दर सुधारते हैं। कुछ टूटे ख्वाब,कुछ बीमार-सी ये ज़िन्दगी जो है, उम्मीदों के धागे से टूटी सांसों की तार जोड़ते हैं। घुटन-सी है चुभन-सी है अक्सर, ज़िंदगी के रास्तों पर.. बैठें कहीं वीराने में, चंद सांसें उधार मांगते […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।