मिली नही आजादी हमको अंग्रेजियत के बाने से हिन्दी मेरी उदास हो रही अंग्रेजी के छा जाने से जवान रोज शहीद हो रहे किसान आत्महत्या कर रहे भूख से बेटियां मर रही है आजादी को झकझोर रही है व्यापारी भी जान गंवा चुके मजदूर बदहाल हो चुके कर्मचारी का हाल […]

जीवन एक सफर है भाई इसको जीने मे करो चतुराई व्यर्थ समय न कभी गंवाओ पल पल इसका सफल बनाओ कुकर्म कभी होने न पावे सद्कर्म सदा होते जावे दिल किसी का कभी न तोड़ो सबसे प्यार भरे शब्द बोलो तुम्हे देख सब अपना माने ऐसी छाप जगत मे छोडो […]

15 अगस्त विशेष………….. तीन सालों में तीन सौ से अधिक किसानो ने आत्म हत्याये की है जिनमें उत्तराखण्ड में आत्महत्या करने वाले किसान भी शामिल है। लेकिन किसान को खुशहाली की आजादी दिलाने के बजाए केन्द्र व राज्य की अधिकांश सरकारे सत्ता की कुर्सी बचाये रखने के लिए दलबदल की […]

जलाभिषेक से शिव हो गए प्रसन्न जल बचाने का इसलिए करो जतन जल ही जीवन है हैअकाट्य सच व्यर्थ यदि बहा तो नही पायेगा बच एक एक बूंद कीमती समझो अमृत समान जिस जल से शिव साधना उसको अमूल्य मान जल संरक्षण का लो संकल्प,यही विकल्प। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन […]

तुम्हारा जल तुम्हे ही अर्पित मेरा मन हो रहा है हर्षित सारे विकारो से मुक्ति दो पावन बनने की शक्ति दो हे सच्चिदानन्द सुख के सागर तुम हो प्रेम के महासागर दुनिया के रचियता तुम हो जन जन के स्वामी तुम हो शिव रूप मे कल्याण करते मनोकामना सबकी पूर्ण […]

परमात्मा शिव की याद मे भक्त पहुंच गए हरिद्वार मे गंगा का उदगम है जिनसे उनको ही दे रहे गंगा जल उनके भक्त उपहार मे जल लेने को लाते है कांवड़ पैदल चलकर ले जाते कांवड़ बम बम भोले का उदघोष करते सबके मन को भाती कांवड़ रंग बिरंगी सजावट […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।