माँ देवकी वासुदेव आएंगे कंस जेल मे फिर से भैया आधी रात को जन्म लेंगे फिर से  कृष्ण कन्हैया अत्याचारियो का संघार करेंगे विकारों का सर्वनाश करेंगे गोपियो की लाज बचाएंगे मुरली ज्ञान सबको सुनाएँगे पतित से पावन हमे बनाएंगे योगीराज श्री कृष्ण कन्हैया उनके मुख में ब्रह्माण्ड  मिलेगा श्रीमद् […]

ईश्वरीय वाणी सुना करो फिर उसको गुणा करो सच्ची राह मिल जायेगी दिनचर्या बदल जायेगी अमृत बेला उठने लगोगे प्रभु ध्यान करने लगोगे मुख मे भी मीठे बोल होंगे चरित्र से सिरमौर होंगे चेहरे पर तुम्हारे नूर होगा घमण्ड चकनाचूर होगा ईश्वर सानिदय मिल जायेगा जीवन स्वर्णिम बन जायेगा। #गोपाल […]

शिव बाबा की बेटी बनकर इस धरा पर आई थी ब्रह्मा बाबा के सानिदय में ईश्वरीय ज्ञान वह पाई थी बाल आयु में ही घर छोडा वानपरस्ति से नाता जोड़ा परमात्म को सर्वस्व मानकर ब्रह्माकुमारी वह बन गई थी अव्यक्त हुए थे जब ब्रह्मा शरीर छोड गई फिर मम्मा कमान […]

बुराई से बचने की युक्ति है रक्षा सूत्र का संकल्प बहन भाई दोनो अपनाये सद्गुण अपनाने का विकल्प रक्षा सूत्र तो निमित्त है रक्षा संकल्प अपनाने का रक्षा तो परमात्मा करेंगे फिर काहे घबराने का भाई बहन खुशहाल रहे मिलती सबसे यही दुआएँ दीर्घ आयु जीवन रहे सफल हो सब […]

आहट होने लगी है रक्षा बन्धन त्यौहार की बाते होने लगी है भाई बहन के प्यार की भाई बहन दोनो चाहते एक दूसरे की खुशहाली को पवित्र प्रेम सदा बना रहे राखी और कलाई को यह पर्व है नये संकल्पों को अमलीजामा पहनाने का कम से कम एक बुराई स्वयं […]

  गांधीवादी एक सिपाही चला गया कलम का सच्चा पुजारी चला गया जिंदगीभर जलाये शांति के दीये जो सोते को हर रोज उठाता रहा वह सदभावना का दूत चला गया कुलदीप नैयर नाम से जिये उम्रभर पत्रकारिता मे नाम कमाता रहा यूँ तो 94 पार किये उम्र जी बहुत पर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।