ईश्वरीय ज्ञान की आबू धरा पर असंख्य अज्ञानी तर जाते है विद्योत्तमा सरीखी बहनो से कालिदास महाकवि बन जाते है परमात्मा नियंत्रक है यहां के स्व परिवर्तन वे करवाते है ईश्वरीय वाणी का रसपान कराकर पतित से पावन बनाते है जाति धर्म का यहां भेद नही सब धर्मो से लोग […]

श्रद्धांजलि दिवंगत मित्र एस एस सैनी को क्या हुआ ,कैसे हुआ क्यो तुम चले गए कुछ तो बताया होता बिन बताये ही चले गए थे चेहते बहुतो के तुम फिर क्यो चले गए तुम्हारी भावुकता देखी तुम्हारा अपनत्व देखा लेखनी की ताकत देखी करुणा,दया का भाव देखा संघर्षो से जूझते […]

हर दिन को अच्छा मान करते रहो अच्छे काम कोई भी दिन बुरा नही संकल्प बुरा है बेकार अच्छा सोचो अच्छा बोलो अच्छा ही बन जाओगे स्वस्थ्य मन बुद्धि होगी सबके प्यारे हो जाओगे अच्छेपन से आगे बढ़कर जीवन लक्ष्य पा जाओगे। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ मई १९६४ […]

माता पिता की करे जो सेवा परमात्मा देते उसी को मेवा प्रार्थना भी कबूल उसी की करते जो देखभाल माँ बाप की करते जिस ओलाद से आता हो रोना उस ओलाद का भाग्य घिनोना सन्तान उसी के कहे मे चलती जिसने माँ बाप की करी हो भक्ति दुख,तनाव गर ओलाद […]

हर्षित मन रहा करो खुशी मिले अपार मन में रहे शांति सफलता मिले हजार मन मे जब हो शांति तन भी स्वस्थ ही रहे रोग न कोई होने पाये लम्बा जीवन  हो जाये तन और मन जब साथ दे सद्कर्म करे भरपूर परमार्थ ही लक्ष्य रहे दुख रहेगा फिर दूर […]

विश्व हिन्दी दिवस का पावन पर्व मुबारक हो उर्दू,मराठी,मलयालम बंगाली,तेलगु,कन्नड़ भी क्षेत्रीय भाषा साथ चले ऐसा संवाद मुबारक हो अंग्रेजी से हमे बैर नही पर प्रभुत्व उसका स्वीकार नही हिन्दी गौरव हमारा है उसका अपमान बर्दाश्त नही हिन्दी राष्ट्र सम्मान बने ऐसी अभिलाषा मुबारक हो संसद मे भी हिन्दी चले […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।