अध्यात्म के साथ नैतिक शिक्षा का अब पाठ पढाना सबको जरूरी जो भटक गए है चरित्र मार्ग से उन्हें सद्ऱाह दिखाना बहुत जरूरी बच्चों से पहले उनके माता पिता को सच की कसौटी पर कसना जरूरी स्वहित से पहले  राष्ट्र का हित यह सिद्धांत अपनाना सबको जरूरी। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल […]

माया मीठी , तपन भरती ,आग अंबार लाई ! राधा रीझी , मधुर मुरली, श्याम उद्धार पाई ! मेरे कान्हा, सजल मनुवा, ताप संसार झेले ! रोते नैना , विरह गहरा , ज्वार अंगार खेले !!१ कान्हा मेरे , सृजन करते , प्रेम आकार पाया ! प्रज्ञा धारी, सदगुरु मिले, […]

जीवन की झोली में जब केवल गम होंगे, जब कोई नहीं होगा तब केवल हम होंगे, जब दौलत अच्छी ना लगेगी शोहरत से जी घबराएगा, एक दूजे को देखे बिना तब चैन नहीं आ पाएगा, भीड़ भरे आंगन में भी जब तन्हा केवल हम होंगे, जब कोई नहीं होगा तब […]

मिलें अपनो का प्यार हमको, तो सफलता चूमेंगी कदम। रहे सभी का अगर साथ, तो जीत जाएंगे हर जंग। और मिल जाएगा हमको, वो खोया हुआ आत्म सम्मान। इसलिए हिल मिलकर, रहो देशवासियो तुम सब।। तुम्हें कसम भारत मां की, दिखाओ अपना जौहर तुम।। तुम्ही तो कणधार हो, अब भारत […]

  आरज़ू यार से अलविदा ना कहें। ख़्वाहिशें कुछ नहीं हम ज़ुदा ना कहें।-01 ★ रूह तनहाइयों में बसर कर रही, हम तपिश में वो ख़ुद को खुदा ना कहें।-02 ★ ज़िस्म जो सुर्ख़रू कल को ढल जाएगा, आज भी कल भी होंगे फ़िदा ना कहें।-03 ★ इक नशीला बदन […]

नई दिल्ली | प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शिक्षा प्रभाग द्वारा नये ज्ञान द्वारा नया भारत विषय को लेकर डॉ अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर के सभागार में राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक,विशिष्ट अतिथि यूजीसी के चेयरमैन डिंपी सिंह […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।