विश्व कल्याण को समर्पित है ब्रह्माकुमारी यह संस्था महान शांति,सदभाव,चरित्रोथान का अदभुत, दिव्य रमणीक संस्थान परमात्मा की अनूठी अनुभूति होती इस ईश्वरीय विश्वविद्यालय में राजयोग की साधना स्थली पर वाइब्रेशन मिलती इस मधुबन में जो भी आये यहां का हो जाये ओम शांति मुख पर आ जाये स्वयं को आत्म […]

भगवान बुद्ध से भी ऊंचाई पर पहुंच गए सरदार पटेल लो शुरू हो गया उनके नाम पर राजनीति का नया खेल उस महान विभूति ने किया देश को एक पर उनका स्टेच्यू बनाने वाले नहीं है धर्म निरपेक्ष अच्छा होता पटेल के साथ साथ इंदिरा को भी याद कर लेते […]

खरीदारी जब भी करो जागरूकता हो अपार गुणवत्ता परखना जरूरी कीमत न हो बेशुमार गारन्टी है या वारन्टी इसका भी ले लो प्रमाण जो कीमत की है अदा रसीद उसकी आपका अधिकार वस्तु खरीदी या खरीदी हो सेवा बेहतर हो यही सुखदेवा खामी कोई भी पाये जाने पर खामोश न […]

संस्कृत,संस्कृति,संस्कार कराते भारत का सत्कार धरोहर यही है भारत की पहचान यही है भारत की उन्नति का आधार यही है नैतिकता का प्रमाण यही है दुनिया इसी से भरोसा करती हमको अपने से आगे रखती फिर क्यों भूल रहे है इनको अंग्रेजियत क्यों भा रही सबको भारतीयता के रंग में […]

अभागा न मानो भागोवाली भाग्यवान बहुत है भागोवाली नाजो से पली है भागोवाली फिर पिया घर आई भागोवाली सिर आंखों पर बैठाया उसको दिल से गले लगाया उसको सास ससुर ने भी बिटिया माना पति ने हमेशा कहना माना बच्चो की भी आदर्श बनी वह अपने घर की मालकिन बड़ी […]

हर सुहागन आज सजी प्रियतम के प्राणों में बसी जोड़ी सदा बनी रहे सबकी मिलती रहे उनको हर खुशी कष्ट कभी कोई होने न पाए हर बला से भगवान बचाये शांति,सुख,सम्रद्धि प्रबल हो पति पत्नी विश्वास सबल हो एक दूसरे के पूरक बने रहे सुख दुख के साथी बने रहे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।