हर घर मे दिवाली मने हर घर मे खुशहाली हो गरीब के घर भी दीया जले उसके घर भी पकवान बने दिवाली में गरीबी न बाधा हो उत्साह कदापि न आधा हो माँ लक्ष्मी उनके भी घर आये सम्रद्धि की बरसात कराये जीवन मे उजाला ही उजाला हो एक दिन […]

मन से अंधेरा मिटा दो आत्म ज्योति जगमगा लो विकारों का परित्याग करो सद्संस्कार धारण करो जीवनभर की दिवाली होगी कभी न घर मे कंगाली होगी श्रीगणेश समान बुद्धि होगी मां लक्ष्मी जैसी सम्रद्धि होगी स्वास्थ्य उत्तम रहेगा सदा सबका स्नेह मिलेगा सदा परमात्मा भी  तुम पर होगा फिदा सुख […]

मान सम्मान बहुत मिलेगा बस अच्छा कीजिए काम राष्ट्रधर्म सबसे ही बड़ा राष्ट्र के लिए हो बलिदान राष्ट्र के लिए ईमानदारी चुने स्वयं को राष्ट्रभक्त ही गिने जो भी जरूरत हो राष्ट्र को राष्ट्र के लिए समर्पित करे जब ऐसा हम कर पाएंगे सच्चे राष्ट्र भक्त हो जाएंगे यही राष्ट्रभक्ति […]

अन्नदाता का पर्व है गोवर्धन पूजा महान किसानी संग मवेशी पूजे बरकत दे भगवान गोवर्धन पर्वत सा आश्रय मिले सहायता करें द्वारकानाथ हर फसल पर्याप्त हो दूध मिले अमृत समान कर्जदार किसान न हो फसल उसकी बर्बाद न हो ऐसा योग लगे खेती पर अन्न गुणों की खान हो। #गोपाल […]

भाई बहन के प्यार का प्रतीक है भैय्या दूज पवित्र सोच का पर्याय है सम्बंध होते मजबूत बहन तिलक करें भाई को मांगे रब से खैर उसका भाई खुशहाल रहे न हो किसी से बैर भाई भी बहन की खातिर सर्वस्व न्योछावर को आतुर बहन सदा रहे सुखी दुख हो […]

देवभूमि उत्तराखंड बालिग हो गया प्रांत फिर भी परिपक्व नही चिंता यही महान जल,जंगल,जमीन पर नही मिला है हक मूल निवासी वंचित है कब मिलेगा उनको हक बेरोजगारी,पलायन से आहत है उत्तराखंड नदियो,पेड़ो का दोहन जारी सत्ताधीश मदमस्त सुनहरे जो सपने बुने थे नही हुए साकार आत्महत्या तक कर रहा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।