मोदी है तो सब मुमकिन है,हो न जरा निराश, गैस चूल्हे चले जाएंगे,रहेंगे मिट्टी चूल्हे पास। रहेंगे मिट्टी चूल्हे पास,पेट्रोल गाडी चली जाएगी। दुबारा फिर तुम्हारे पास बैलगाड़ी चली आएगी । कह रस्तोगी कविराय,सुनो अंध विश्वासी मोदी। सब चीज मुमकिन है,कुछ समय रह गया मोदी। आर के रस्तोगी गुरुग्राम Post […]

नमन करते है उन शहीदों को, जिन्होंने अपनी जान थी गवाई | ब्रिटिश हकूमत में जिन्होंने, फांसी की सजा थी पाई || सच्चे सपूत थे भारत के वे , अपना सुख दुःख भूल गए | भारत की आजादी के लिए , फांसी के तख्ते पर झूल गए || नाम था […]

आओ बसंत पंचमी मनाए, नील गगन में पतंग उड़ाए, मां सरस्वती करे हम पूजा, उसको अपना शीश झुकाये । पीले पीले फूल है खिलते, जीवन के आनंद है मिलते, करते स्वागत वसंत ऋतु का, शरद ऋतु को विदा हम करते। बसंती चोला पहने इस दिन, मन बसंती होता है इस […]

आओ सब मिलकर गणतंत्र दिवस मनाए , इसे विश्व का हम सबसे बड़ा गणतंत्र बनाएं, लागू हुआ था इस दिन नव निर्मित संविधान, जिसमे है नागरिकों के सब अधिकार समान, भेदभाव की इसमें कहीं कोई नहीं है नीति, चाहे हो वह किसी प्रकार की भी हो नीति। दिल्ली के राजपथ […]

तुम मुझको दो खून अपना , मै तुमको दे दूंगा आजादी | यही सुनकर देश वासियों ने, अपनी जान की बाजी लगा दी || यही सुभाष का नारा था , जिसने धूम मच दी थी | इसी विश्वास के कारण ही उसने हिन्द फ़ौज बना दी थी || याद करो […]

करो न गम की बाते,आंखो को यू नम न करो | रखो दिल मे तसल्ली ,यू दिल मे गम न करो || पास बैठा हूँ मै तुम्हारे,जरा मुड़ कर तो देखो | प्यार करती हो मुझको बस उसे कम न करो || अभी दम है मेरे प्यार मे,उसे मरा न […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।