बुजुर्ग का जिस घर मे सम्मान नही है कहने को घर हो पर वह घर नही है बुजुर्ग है मार्गदर्शक नियन्ता वही है अनुभव का है खजाना  हितचिंतक वही है उंगली पकड जिनसे चलना सीखा है आप चल नही पाओगे ,उन्हें कहना क्या अपमान नही है कुछ तो सीखिए ब्रह्माकुमारीज […]

रंग जीवन के बने रहे खुशियां रहे अपार होली का त्यौहार है बधाई हो बारम्बार नशे व्यसन में फंसो नही  होली बदरंग करो नही राग,द्वेष भी त्याग दो सदभाव की सोगात दो रंग,गुलाल,अबीर उठाओ एक दूसरे को जरूर लगाओ प्रेम की नई रसधार बहे ऐसा तुम आगाज दो कृष्ण जैसा […]

गुलाल की बौछार पिचकारी की धार । गुझिया की मिठास रिश्तों में भरे  प्यार ।। होलिका  का  संहार जीते प्रहलाद कुमार । बुराई का होता अंत कहें होली का त्यौहार ।। छाया रंगों का शुमार लाया प्रेम की फुहार । बसंती टेशू – पलाश रंग का  चढा खुमार ।। ढोल-मांदल […]

रंग मौसम में भी अब घुलने लगे खेतो में सरसो के फूल खिलने लगे आदमी पर चढ़ा है फाल्गुन सुरूर रंग भरे गुब्बारे अब चलने लगे गुंजिया की महक भी छाने लगी रंगभरी पिचकारियां नजर आने लगी  प्रहलाद जैसा हो हमारा आचरण  होलिका जलाने की तैयारी होने लगी हरे पेड़ […]

चुनावी हवा अब यहां बहने लगी परायो को अपना कहने लगी जरूरत है सभी को वोट की पार्टियां अब गांव में आने लगी पांच साल तक जो नजर आएं नही उन्हें वोट की दरकार होने लगी एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे रक्षक पर भक्षक आरोप लग रहे फाइलें तक […]

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद देवभूमि उत्तराखंड के देहरादून में हुई कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सफल रैली से कांग्रेसियों में भारी उत्साह व्याप्त हो गया है। कांग्रेस का जहां मौसम ने साथ दिया , वहीं कांग्रेस का कुनबा भी राहुल गांधी की रैली में एकजुट दिखाई […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।