कवि की मूल प्रकृति संवेदनशीलता- श्री भिसे सूफ़ियाना मिज़ाज की कविताएँ हैं ज़िन्दगी अतरंगी सी- श्री तिवारी इन्दौर । ‘कवि का मूल तत्त्व संवेदनशील होना है। संवेदनशीलता ऐसी अपेक्षा है, जिसके आँसू नहीं होते। और यह अतरंगी कविताओं का संग्रह अब पाठकों के हवाले है।’ यह बात उस्ताद अल्लाउद्दीन ख़ाँ […]