दीपावली वाले महीने में ही आय कर विभाग को ज्वेलर्स सहित अन्य कारोबारियों के संस्थानों की जांच करने की याद आती है।विक्रय कर विभाग को बर्तन व्यापारियों के व्यवसाय में गड़बड़ी ढूंढने का मौका मिलता है। ग्यारह महीने तक फूड विभाग जिन मिठाई नमकीन वालों से पैकेट लेकर साहब बहादुरों […]

माँ दुर्गा की उपासना की उत्तमावस्था है महानवमी ! पूर्ण निष्ठा से की गई साधना इस दिन सिद्धि में परिणत होती है। मान्यता है कि इस दिन तक आते-आते साधक साध ही लेता है और नौवें रूप में माँ सिद्धिदात्री के रूप में प्रकट होती हैं , जो सिद्धि और […]

नवरात्र  के आठवें दिन पूर्वसंचित पापों को धोने वाली पराम्बा माता के आठवें रूप  महागौरी की उपासना का दिन है । भक्तों के सभी कल्मष धोने वाली, अमोघ शक्ति और आशुफलदायिनी ‘महागौरी’ का शाब्दिक अर्थ है ‘महती गौर वर्ण की’ । ऐसी आश्वस्ति है कि शिव को पति के रूप […]

नवरात्र अष्टम स्वरूप माँ महागौरी …….. महामाया,गौरवर्ण लिए मुख पर कांति महागौरी शीतल मन सकल हैं, शांति अष्टम रुप महागौरी । चतुर्भुजा,वृषभ सवारी आलौकिक सिद्धि शक्ति श्रीफल का नैवेद्य प्रिय देती सुफल माँ महागौरी ।। दुष्टों को दंड देने रौद्र रुप में दंडार्थ देवी भ्रामरी भक्त वत्सला है,ममता सलिला हैं […]

चराचर विश्व की अधीश्वरी, जगत् को धारण करनेवाली, संसार का पालन और संहार करने वाली तथा तेज:स्वरूप भगवान विष्णु की अनुपम शक्ति पराम्बा का सातवाँ रूप  ‘कालरात्रि’ या ‘महाकाली’ का है ।  कालरात्रि का शाब्दिक अर्थ है –  ‘जो सब को मारने वाले काल की भी रात्रि या विनाशिका हो’ […]

पराम्बा शक्ति पार्वती के नौ रूपों में  छठा रूप  कात्यायनी का है । अमरकोष के अनुसार यह पार्वती का दूसरा नाम है। यजुर्वेद में प्रथम बार  ‘कात्यायनी’ नाम का उल्लेख मिलता है। ऐसी मान्यता  है  कि देवताओं का कार्य सिद्ध करने के लिए  देवी महर्षि कात्यायन के आश्रम पर प्रकट […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।