माँ सदा ममता सागर की कष्ट झेलती जीवन दायनी है पतित पावनी। माँ लेती खबर डाटकर पटकार के ममत्व देकर खुशी मनाकर। माँ देती सदा ही आर्शीवाद दूधो नहाओ फलो पूतो तुम सदा संस्कार लाओ। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट उपनाम- “नीर” वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही जिला-उमरिया […]

मैं इंसान हूँ,इंसान! माना कि!दुनिया में, हालात का मारा हूँ, मैं एक बेसहारा हूँ, जीती बाजी हारता हूँ, लेकिन!मैं टूटता नहीं, कड़े पत्थरों के तरह, डटकर खड़ा रहता हूँ, एक सिपाही की तरह, फिर सामना करता हूँ, मैं इस उम्मीद में,की! अब मैं जीत जाऊंगा। मैं सपने भी देखता हूँ, […]

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शहीदों को नमन करना हमारा फर्ज है यारों। जो भिड़ने मुल्क से आए उसे मिलकर के तुम मारो।। कभी अर्जुन बनोगे तुम,कभी *कृष्णा* बनोगे तुम, अगर जो कंस आ जाए सुदर्शन हाथ में धारो।। #कृष्ण कुमार सैनी”राज”, दौसा,राजस्थान मो. Post Views: 17

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मनोविज्ञान का अर्थ होता है मन का विज्ञान ! इसके अंतर्गत मानव मन को समझने और उसके अनुसार कार्य करने की सलाह दी जाती हैं ! बच्चों के मनोविज्ञान का अध्ययन बाल मनोविज्ञान के अंतर्गत किया जाता है सभी चाहते हैं कि उनके बच्चों का भविष्य उज्जवल हो ! इस […]

जज्बात ए इश्क़ बयां करूँ कैसे, उनसे झुकी नज़रे मिलाऊं कैसे, मन में प्यार का समंदर भर रहा है हिलोरें, किश्ती को पार लगाऊं कैसे. जल रही है इश्क की शमा चोरी चोरी, फैला रही है सुनहरी रोशनी थोड़ी थोड़ी, नूर ए शमा को छुपाऊं कैसे, जज्बाते इश्क़ बयां करूँ […]

उत्सुक हूँ उत्तर को देने के लिये प्रश्न तेरे उत्तर मेरे या मैं भी कुछ करूँ प्रश्न बस बने सन्तुष्टि तेरे मन पर मेरे उत्तर से । बनी रहे मेरे भी मन में एक जिज्ञासा जानने की मैं भी करूँ प्रश्न तू भी दे उत्तर ईमानदारी से । प्रेम में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।