1.👩 बेटी घर री लाडली, माँ बापाँ रो चैन। दिनकर छाया धूप जिमि, तारा छाई रैन।। 2.👩 बेटी घर री लिच्छमी , सरस्वती रो रूप। नव दुर्गा रो भेष या, जमना गंग सरूप।। 3.👩 बेटी घर री देहरी , दादा दादी साथ। प्रात नमन दोपहरिया, संध्या बाती हाथ।। 4.👩 बेटी […]

आदि भवानी मात, वही दुर्गे नव रूपा। भजते जो मन भाव,भिखारी जन या भूपा। नौ दिन के नौ रूप, धरे सुन्दर जग माता। महा पर्व नवरात्रि, दशहरे पहले आता। . ✨✨✨✨ श्राद्धपक्ष के बाद,दिवस जो पहला आता। सब के मन सद्भाव, मातृ पूजा को भाता। बेटी बहिनें मात, पराई सब […]

नारी रत्न अमूल्य धरा पर। ईश्वर रूप सकल सचराचर।। राम कृष्ण जन्माने वाली। सृष्टि धर्म की सत प्रतिपाली।।१ . ✨✨✨✨ बेटी बहिन मात अरु दारा। हर प्रतिरूप मनुज उद्धारा।। नारी जग परहित तन धारी। सुख दुख पीड़ा सहे दुधारी।।२ . ✨✨✨✨ द्वय घर की सब जिम्मेदारी। बिटिया वहन करे वह […]

रखूँ किस पृष्ठ के अंदर, अमानत प्यार की सँभले। भरी है डायरी पूरी, सहे जज्बात के हमले। गुलाबी फूल सा दिल है, तुम्हारे प्यार में पागल। सहे ना फूल भी दिल भी, हकीकत हैं, नहीं जुमले। . 🥬🥬🥬 सुखों की खोज में मैने, लिखे हैं गीत अफसाने। रचे हैं छंद […]

चौपाई सममात्रिक छंद है। इसमें चार चरण होते हैं। प्रत्येक चरण में १६,१६ मात्राएँ होती हैं। चरणान्त २२ हो २२ के विकल्प में ११२, २११,११११ भी मान्य है। चरणांत में गुरु के बाद लघु (२१) न हो। कल संयोजन का ध्यान रखें। उदाहरण.. ईश मनुज धन सत्ता नारी। २१ १११ […]

. रोला छंद २४ मात्रिक छंद होता है। विषम चरणों में ११ मात्रा और चरणांत २१ से होता है। सम चरणों में १३ मात्रा और चरणांत २२ से होता है। समचरणांत में २२ का विकल्प:-११२,२११,११११भी मान्य है। दो,दो सम चरणों में समतुकांत हो। उदाहरण…. . 🇮🇳 तिरंगा 🇮🇳 मातृ भूमि […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।