समय क्षण क्षण बदल रहा है मुठ्ठी में से रेत की तरह निरन्तर फिसल रहा है एक बार जो समय चला गया वह कभी लौटकर नही आया ठीक हमारे जीवन की तरह कम हो रही सांसो की तरह सांसे जब तक चल रही है जीवन की गाड़ी सरक रही है […]

भारत के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए बेहतरीन अवसर नागदा ( धार ) | नवोदय क्रांति नेशनल मोटिवेटर गोपाल कौशल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया की भारत के सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चों के लिए एक बेहतरीन अवसर लेकर आया है अमेरिका का एक संस्थान “सत्यमेव जयते […]

दिव्य ज्ञान पढ़कर उनको बने महान जीवन जीने की कला है उनमें ज्ञान का अथाह भंडार है उनमें बीस हजार चार सौ मन्त्रो का गुलदस्ता हर आवश्यकता की पूर्ति का गुलदस्ता अरब अमीरात ने भी वेदों को माना भारत को वेदों की जन्म भूमि माना। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की […]

दीपक जैसा बनना सीखो खुद जलकर हंसना सीखो अंधकार कही रह न जाएं ऐसा प्रकाश फैलाना सीखो अहंकार तनिक न आने पाएं इतना विन्रम हो जाना सीखो बस, प्रेम बांटना तुम जगत में नफरत को दूर भगाना सीखो जो करता है ईश्वर करता है यह अटूट विश्वास करना सीखो काल […]

न जाने कब आ जाए समय स्वागत को रहिए तैयार जो समय को चूक गया नैया उसकी समझो मझधार समय बहुत अनमोल है करिए इसका आदर सफलता का मन्त्र यही है न हो समय का निरादर यह आता है चला जाता है जो भी समय के साथ चला वही मंजिल […]

परमात्मा ने मनुष्य को दिया अदभुत वरदान संवाद माध्यम वाणी स्वयं में गुणों की खान बोलना तो आ जाता है मात्र तीन ही बरस में पर क्या बोलना चाहिए सीखते बरसो बरस में वाणी ही आईना बनती हम सबके व्यक्तित्व का अपने को पराया करती पराये को अपना बनाती जैसी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।