सर्दी की सर्द रातों में जो गर्म अहसास दे उसी को प्यार कहते हैं। जब कोहरा घना छाया हो गमों का और उस की एक मुस्कान से मन में नई स्फूर्ति आ जायें, उसी को प्यार कहते हैं। रोये अगर वो अपने आँसुओ को छिपा कर और आँखे तुम्हारी छलक […]
जब अवधपुरी रघुनन्दं आये। नगर निवासी ने दर्शन पाये। घर घर मे फिर दीप जलाये। सब देवों के मन हरषाये।। कार्तिक मास अमावस्या को। प्रभु राम की नगरी में हुआ। अमावस्या को उत्सव खास। सब ओर हो रहा हर्षोल्लास।। चौदह वर्ष का वनवास जो, आज जो हो रहा समाप्त है। […]
बहन ही है, जो रिश्तों को निभाती है, हो मुसीबत कितनी फिर भी, भाई के घर मे मुस्कुराती हैं। समझे कोई पराया या माने अपना, पर बहना तो प्यार की डोर से बध जाये।। लगा तिलक शगुन का, भाई का मस्तक चमकाये।। जब भी हो कोई शुभ कार्य भाई के […]
दीपावली का त्यौहार भारतवर्ष में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाने वाला त्यौहार है। प्राचीन मान्यता के अनुसार जब सतयुग में श्री रामचंद्र 14 वर्ष का वनवास हुआ था,तब अयोध्या वासी बहुत दुखी हो गए थे और चौदह वर्ष के लंबे अंतराल के बाद जब उन्हें प्रभु श्री राम के […]
मेरे प्यारे बेटे राजा जल्दी से घर आ जाओ। दिवाली पर राह तके माँ, कुछ दीप तुम भी जला जाओ, आज बनाई घर मे गुजिया मीठी, मावे की जगह प्यार भरा है इस मे और बनाई मठरी ,लड्डू ,सकलपारे भी थोड़ा सा तुम खा जाओ, मेरे प्यारे बेटे राजा। दूर […]
कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को हैं अहोई अष्टमी का पर्व आता। जो कोई इन का व्रत करता। पुत्र प्राप्ति रत्न पाता। हे अहोई माता सब को पुत्र देनी वाली, जो भक्त आप के चरण वंदन करें, उस के घर खुशियों के दीप जले। मेरे घर और परिवार को […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।